क्या चीन की राजदूत के साथ नाइटक्लब में थे राहुल? क्यों कांग्रेस का चाइनीज कनेक्शन छिपाए नहीं छिपता

By अभिनय आकाश | May 03, 2022

राहुल गांधी के निजी विदेशी दौरों को लेकर अक्सर कई तरह की चर्चाएं होती रहती हैं। उनके दौरों पर कभी भी पार्टी की तरफ से औपचारिक जानकारी नहीं दी है। बल्कि ये कहकर बात को टाल दिया है कि राहुल गांधी का निजी दौरा है और इसमें बताने लायक कुछ भी नहीं है। एक तरह जहां देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन देशों के आधिकारिक दौरे पर हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब भी विदेश यात्रा पर जाते हैं तो देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया की निगाहें उन पर टिकी होती हैं। लेकिन इससे इतर राहुल गांधी हमेशा कुछ ऐसा कर जाते हैं जिसको लेकर सफाई देते उनके प्रवक्ताओं को भी नहीं बनता और वो निजता की बात भर कह खानापूर्ति करते नजर आते हैं। 

 राहुल गांधी के साथ पब में दिखने वाली महिला कौन?

वायरल हुए वीडियो में राहुल के साथ एक महिला भी नजर आ रही हैं। वीडियो में दोनों को एक दूसरे से बात करते हुए भी देखा जा सकता है। नाइटक्लब में तेज आवाज में गाने भी बज रहे हैं। लोगों की भीड़ भी इस नाइटक्लब में देखी जा सकती है। सोशल मीडिया पर इस वीडियो को अलग-अलग तरह के दावे किए जा रहे हैं। कई सोशल मीडिया यूजर्स दावे कर रहे हैं कि कहीं ये राहुल का चीनी कनेक्शन तो नहीं?  राहुल गांधी के साथ दिखने वाली महिला चीनी राजदूत होऊ यांकी जैसी दिखती है। होऊ यांकी 2018 से नेपाल में चीन की राजदूत हैं।

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डोकलाम के वक्त चीन के राजदूत संग मुलाकात

वैसे ये कोई पहला मौका नहीं है जब चीन संग कनेक्शन को लेकर राहुल गांधी चर्चा में रहे हैं। ये तो कई बार देखने को मिा है कि अमूमन राहुल गांधी चीन को लेकर अलग रुख़ रखते रहे हैं। जब डोकलाम में भारत और चीन की सेनाएं आंखों में आंखे डालकर एक-दूसरे के सैनिकों की सेहत का अंदाज़ा लगा रही थी, तो राहुल गांधी ने चीन के राजदूत से मिलकर राजनीतिक हड़कंप मचा दिया था। तब की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने राहुल गांधी पर चीन के साथ गुपचुप बातचीत करके भारत का पक्ष कमज़ोर करने का आरोप लगाया था।

चीनी दूतावास ने प्रोटोकॉल देते विदा करने की अनुमति मांगी

लोकसभा चुनाव 2019 के वक्त राहुल गांधी जब मानसरोवर यात्रा पर गए थे, तो चीनी दूतावास ने भारतीय विदेश मंत्रालय से आग्रह किया था कि उन्हें प्रोटोकॉल देते हुए औपचारिक रुप से विदा करने की अनुमति दी जाए।  ऐसे में राहुल के चीनी कम्यूनिस्ट पार्टी से कथित संबंधों को लेकर लगातार सवाल उठते हैं। 

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चीन से भी अपने संबंधों में संतुलन की वकालत

साल 2008 में बीजिंग ओलंपिक के समय तत्कालीन कांग्रेस और यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी को ही नहीं बल्कि नाती-पोतों सहित उनके पूरे परिवार को चीन ने विशेष रुप से आमंत्रित किया था। राहुल गांधी जब जर्मनी के दौरे पर गए थे तो उनसे भारतीय उपमहाद्वीप में सत्ता संतुलन को लेकर सवाल पूछा गया था। जिसके जवाब में राहुल ने भारत को अमेरिका के साथ चीन से भी अपने संबंधों में संतुलन साधने की वकालत की थी। 

कांग्रेस और चीनी पार्टी के बीच 2008 की साइन एमओयू

देशों के बीच तो आपने एमओयू यानी मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग तो कई बार सुने और पढ़े होंगे। लेकिन आपने दो राजनीतिक पार्टियों के बीच एमओयू जैसी चीजों के बारे में नहीं सुना होगा। दरअसल, ये समझौता ज्ञापन कांग्रेस और चाइनीज कम्युनिस्ट पार्टी के बीच हुआ है। कांग्रेस ने 7 अगस्त 2008 को कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना के साथ एक एमओयू साइन किया। 2008 में सोनिया गांधी के सुपरविजन में एमओयू पर कांग्रेस के तत्तकालीन जनरल सेक्रेट्री राहुल गांधी इस ज्ञापन पर साइन करते हैं। राहुल के दस्तख़त किए जाने से पहले उन्होंने और सोनिया गांधी ने शी जिनपिंग के साथ एक अलग मीटिंग भी की थी।