By अंकित सिंह | Dec 19, 2025
तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) विधायक मदन मित्रा के भाषण का एक वीडियो सामने आने के बाद राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया है। इस वीडियो में उन्होंने दावा किया है कि भगवान राम मुसलमान थे। भाजपा ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए इसे हिंदू धर्म का अपमान बताया है। बंगाली में दिए गए अपने भाषण में मित्रा ने एक हिंदू श्लोक का पाठ किया और फिर भाजपा द्वारा हिंदू धर्म की व्याख्या पर हमला किया। उन्होंने कहा कि उनकी टिप्पणी का उद्देश्य हिंदू धर्म को निशाना बनाना नहीं था, बल्कि भाजपा नेतृत्व की हिंदू धर्म की समझ पर सवाल उठाना था।
भाजपा प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने मित्रा की टिप्पणियों की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि टीएमसी विधायक मदन मित्रा का यह घिनौना दावा कि ‘प्रभु श्री राम मुसलमान थे, हिंदू नहीं’ हिंदू धर्म का जानबूझकर अपमान है। टीएमसी का यही हाल हो गया है: हिंदू आस्था पर रोजाना हमले करना। एक कथित व्यक्तिगत घटना का जिक्र करते हुए, कमरहटी विधायक ने बताया कि उन्होंने एक बार दिल्ली में भाजपा के एक वरिष्ठ नेता को चुनौती दी थी कि वे साबित करें कि भगवान राम हिंदू थे।
मित्रा ने कहा, “मैंने उनसे कहा, साबित करके दिखाओ कि राम हिंदू हैं। मुझे राम का उपनाम बताओ।” उन्होंने आगे बताया कि वहां मौजूद कोई भी उनके सवाल का जवाब नहीं दे सका। उन्होंने दावा किया कि सुवेंदु अधिकारी समेत भाजपा के नेता भी जवाब देने में नाकाम रहे। मित्रा ने आगे आरोप लगाया कि एक हिंदू साधु ने उन्हें बताया कि भगवान राम का उपनाम "रामजेठमलानी" था, जिसका उन्होंने अपने भाषण में उपहास किया। मित्रा ने कहा, "क्या कोई हिंदू इस पर विश्वास करेगा? क्या वे ऐसे लोगों पर विश्वास करके पूजा करने जाएंगे?" उन्होंने जोर देकर कहा कि उनकी टिप्पणियां भाजपा की हिंदू धर्म की सतही समझ का उपहास करने के लिए थीं।