By अनुराग गुप्ता | Mar 08, 2022
न्यूयॉर्क। अमेरिका ने रूस से तेल, गैस और ऊर्जा से संबंधित आयातों पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने मंगलवार को इसका ऐलान किया। उन्होंने कहा कि अमेरिका अब रूस से गैस, तेल और ऊर्जा का आयात नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि हम यह समझते हुए आगे बढ़ रहे हैं कि हमारे कई यूरोपीय सहयोगी और भागीदार हमसे जुड़ने की स्थिति में नहीं हैं। अमेरिका के इस कदम से रूस की अर्थव्यवस्था को तगड़ा झटका लगने की संभावनाएं जताई जा रही है।
आपको बता दें कि रूस और यूक्रेन के बीच करीब दो हफ्ते से युद्ध जारी है। जिसको लेकर यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने पश्चिमी देशों से रूस पर कड़े प्रतिबंध लगाने की मांग की है। इसके साथ ही जेलेंस्की ने दुनियाभर के देशों से मदद की गुहार लगाई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक रूसी हमले के मद्देनजर यूक्रेनी राष्ट्रपति ने अमेरिका और पश्चिमी देशों से रूसी आयात में कटौती का अनुरोध किया था, जिसके बाद अमेरिका ने यह कदम उठाया है।
कई तरह के वित्तीय प्रतिबंध झेलने के बाद भी रूस के पास ऊर्जा निर्यात के माध्यम से नकदी प्रवाह जारी था। लेकिन अमेरिका द्वारा तेल, गैस और ऊर्जा पर प्रतिबंध लगाए जाने से रूस को तगड़ा झटका लगा है। उल्लेखनीय है कि यूरोपीय देश काफी हद तक ऊर्जा आपूर्ति के लिए रूस पर निर्भर हैं। यूरोप अपनी खपत की करीब एक-तिहाई प्राकृतिक गैस रूस से लेता है।
जापान ने भी लगाए और अधिक प्रतिबंध
आपको बता दें कि जापान ने रूस और बेलारूस के 32 और व्यक्तियों की संपत्ति पर रोक लगा दी है। जापान ने रूस के जिन 20 व्यक्यिों की संपत्ति पर रोक लगाई उनमें चेचेन रिपब्लिक के प्रमुख रमजान कादिरोव, उप सेना प्रमुख, राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की सरकार के प्रेस सचिव और स्टेट पार्लियामेंट के उपाध्यक्ष शामिल हैं।
यूक्रेन से 20 लाख लोगों ने किया पलायन
यूक्रेन में रूसी सेना के हमलों के चलते 20 लाख से अधिक लोगों ने देश छोड़ दिया है। अधिकारियों ने बताया कि रूसी हमलों के बाद यूक्रेन छोड़कर जाने वाले लोगों की संख्या मंगलवार को 20 लाख पहुंच गई। रूस के हमलों के बाद यूक्रेन के कुछ इलाकों में लोग फंस गए हैं जहां उनके पास खाना, पानी और दवाओं की कमी हो रही है।