मछुआरों की हिरासत से MEA चिंतित, अरिंदम बागची बोले- शीघ्र रिहाई के लिए श्रीलंका सरकार के सामने उठाया गया मुद्दा

By अनुराग गुप्ता | Dec 21, 2021

नयी दिल्ली। श्रीलंकाई नौसेना ने तमिलनाडु के मछुआरों को हिरासत में लिया है। इस संदर्भ में मंगलवार को विदेश मंत्रालय का बयान सामने आया। विदेश मंत्रालय ने बताया कि श्रीलंका द्वारा 18-20 दिसंबर के बीच तमिलनाडु के भारतीय मछुआरों को हिरासत में लिए जाने को लेकर हम चिंतित हैं। हमारी जानकारी के अनुसार 68 मछुआरों और 10 नौकाओं को हिरासत में लिया गया है। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बताया कि भारतीय मछुआरों और नौकाओं की शीघ्र रिहाई का मुद्दा कोलंबो में हमारे उच्चायोग ने श्रीलंका सरकार के सामने उठाया है। 

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उन्होंने बताया कि विदेश मंत्री को इस मुद्दे पर विभिन्न राजनीतिक दलों से अभ्यावेदन प्राप्त हुए हैं। उन्हें इस मामले में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ने भी बुलाया था। उन्होंने उन सभी को वर्तमान स्थिति से अवगत कराया है और जल्द रिहाई सुनिश्चित करने के लिए भारत सरकार के प्रयासों को रेखांकित किया है। 

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मछुआरों की गिरफ्तारी पर हुआ विरोध प्रदर्शन

श्रीलंकाई नौसेना द्वारा मछुआरों की गिरफ्तारी के विरोध में विभिन्न मछुआरा संघों के नेताओं के नेतृत्व में 200 से अधिक मछुआरों ने सोमवार को प्रदर्शन किया और उनकी शीघ्र रिहाई की मांग की। गिरफ्तारी के खिलाफ रविवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल कर रहे मछुआरों ने श्रीलंकाई अधिकारियों से मछुआरों को शीघ्र रिहा करने और उनकी नौकाएं छोड़ने की मांग की है। मछुआरा संघ के नेता पी सेसु राजा ने कहा था कि वे बुधवार को थांगचीमदम में एक दिवसीय भूख हड़ताल करेंगे। श्रीलंका सरकार ने अगर गिरफ्तार मछुआरों को रिहा नहीं किया, तो वे एक जनवरी को रेल-रोको आंदोलन भी करेंगे।

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