सुंदर पिचाई, काश पटेल, सत्य नाडेला...भारतवंशियों का नाम लेकर तेजस्वी सूर्या ने पाकिस्तान को कैसे दिखाया आईना

By अभिनय आकाश | Jun 05, 2025

भारतीय जनता पार्टी के सांसद तेजस्वी सूर्या ने पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी और संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल पर तीखा हमला किया और शांति के उनके बयानों की तुलना शैतान द्वारा धर्मग्रंथों से उद्धरण से की। वाशिंगटन में भारतीय दूतावास में बोलते हुए सूर्या ने भुट्टो द्वारा अपने प्रतिनिधिमंडल को शांति के रूप में पेश करने का मज़ाक उड़ाते हुए कहा कि यह बहुत ही विडंबनापूर्ण है कि पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल शांति की भाषा बोल रहा है। एक ऐसा देश जो असफल जनरलों को फील्ड मार्शल बनाकर नकली नायक बनाने की कोशिश कर रहा है, वे नहीं जानते कि असली नेता कैसे दिखते हैं। 

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चीनी सैन्य सहायता पर पाकिस्तान की निर्भरता पर निशाना साधते हुए सूर्या ने कहा कि पाकिस्तान सस्ते चीनी आयातों पर जीवित रहा है, जिसमें सैन्य हार्डवेयर भी शामिल है, जो युद्ध के मैदान में शानदार ढंग से विफल रहा है। इसलिए शायद उनके लिए उच्च गुणवत्ता वाले, उच्च क्षमता वाले सैन्य हार्डवेयर के साथ-साथ सीमा के दूसरी तरफ मजबूत लोकतांत्रिक नेतृत्व को पचाना मुश्किल है। भारत और पाकिस्तान की वैश्विक प्रतिष्ठा के बीच जो अंतर है, उसे रेखांकित करने के लिए सूर्या ने अमेरिका के संदर्भ में भारतीय तकनीकी नेताओं और पाकिस्तान से जुड़े आतंकवादियों के नाम बताए। रामजी यूसुफ, 1993 के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हमला करने वाला। डेविड कोलमैन हेडली, 26/11 का साजिशकर्ता। यह पाकिस्तान का रिकॉर्ड है। अब पाँच भारतीय नाम - इंद्रा नूयी, सुंदर पिचाई, अजय बग्गा, सत्य नडेला, काश पटेल। मुझे उनका परिचय देने की ज़रूरत नहीं है। सूर्या ने कहा कि पाकिस्तान द्वारा कोई भी कूटनीतिक चाल आतंकवाद को बढ़ावा देने के उसके "सिद्ध ट्रैक रिकॉर्ड" को मिटा नहीं सकती। 

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सूर्या कांग्रेस सांसद शशि थरूर के नेतृत्व में अमेरिका गए भारतीय सर्वदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा हैं। इस यात्रा का उद्देश्य पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद शुरू किए गए ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत के रुख पर हितधारकों से बातचीत करना है। न्यूयॉर्क में पाकिस्तान के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करने वाले भुट्टो ने संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में अपने संबोधन के दौरान भारत के ऑपरेशन सिंदूर को “अवैध हमला” बताया था, जिसका भारत ने पुरजोर विरोध किया है।

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