By अभिनय आकाश | Jun 11, 2025
स्वीडिश पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग और उनके साथ 11 अन्य को लेकर जा रही नाव मैडलीन को इजरायल डिफेंस फोर्स यानी आईडीएफ ने रोक दिया था। हालांकि गाजा को मानवीय मदद ले जा रहे जहाज 'मैडलीन' को जब्त करने के बाद अब पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग को निर्वासित कर दिया। थनबर्ग फ्रांस पहुंचकर स्वीडन रवाना हो गईं। उन्होंने गाजा के लोगों के हालात को कहीं ज्यादा भयावह कहा। इजरायल ने अपनी संप्रभुता का हवाला देते हुए मैडलीन में सवार सभी 12 लोगों को हिरासत में लिया था। बताया जा रहा हैकि इन सभी को 7 अक्टूबर के हमास के हमले का वीडियो दिखाया गया। जिसके जरिए इजरायली सेना ने जहाज में सवार लोगों को बताया कि आप जिनका समर्थन कर रहे हैं। उन्होंने किस तरह इजरायल में धमाके किए थे।
वहीं इस्राइली नौसेना ने यमन के हूती विद्रोहियों के कब्जे वाले बंदरगाह शहर होदेदा पर मंगलवार को मिसाइल हमला किया, जिससे मानवीय सहायता की सप्लाई पर असर पड़ने की आशंका है। उन्होंने हिरासत के दौरान काफी अराजक और अनिश्चित स्थिति का वर्णन किया। उन्होंने कहा कि जिन परिस्थितियों का उन्होंने सामना किया, उनकी तुलना में वे कुछ भी नहीं हैं, जिनसे फलस्तीन और विशेष रूप से गाजा में लोग अभी गुजर रहे हैं। थनबर्ग ने कहा कि हम इस मिशन के जोखिमों से अच्छी तरह वाकिफ थे। इसका उद्देश्य गाजा पहुंचना और सहायता वितरित करना था। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता गाजा को सहायता पहुंचाने का प्रयास जारी रखेंगे।
इजराइल के विदेश मंत्रालय के अनुसार, इजराइली नौसेना के साथ इस जहाज को सोमवार शाम इजराइल के बंदरगाह अशदोद लाया गया। थनबर्ग और अन्य कार्यकर्ताओं का प्रतिनिधित्व करने वाले कानूनी अधिकार समूह अदाला ने कहा कि थनबर्ग, दो अन्य कार्यकर्ता और एक पत्रकार निर्वासन एवं इजराइल छोड़ने के लिए सहमत हो गए हैं। इसने बताया कि अन्य कार्यकर्ताओं ने निर्वासन से इनकार कर दिया, उन्हें हिरासत में रखा जा रहा है और उनके मामले की सुनवाई इजराइली प्राधिकारी करेंगे। यूरोपीय संसद की फ्रांसीसी सदस्य रीमा हसन भी जहाज पर मौजूद कार्यकर्ताओं में शामिल थीं।