By अभिनय आकाश | Apr 07, 2023
महामारी फैलने के लगभग तीन साल बाद विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने चीन से फिर से कोविड-19 महामारी की उत्पत्ति पर डेटा साझा करने का आग्रह किया है। डब्ल्यूएचओ ने कहा कि जब तक ऐसा नहीं होता है, तब तक सभी परिकल्पनाएं आती रहेंगी। वैश्विक स्वास्थ्य निकाय ने अतीत में 2020 में वुहान के एक बाजार में लिए गए नमूनों से संबंधित डेटा को वापस लेने के लिए चीन की आलोचना की थी, जो कि कोविड -19 महामारी की उत्पत्ति के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान कर सकता था। संगठन ने बीजिंग से पारदर्शी होने और उसके द्वारा की जाने वाली जांच के परिणामों को साझा करने का आह्वान किया। वायरस की उत्पत्ति के बारे में पूछे जाने पर डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक डॉ टेड्रोस अदनोम घेब्येयियस ने रायटर से बात करते हुए कहा कि चीन के पास जो जानकारी है, उसकी पूरी पहुंच के बिना, आप कुछ भी हीं कह सकते।
सभी परिकल्पनाएं मेज पर हैं। यह डब्ल्यूएचओ की स्थिति है और इसलिए हम चीन से इस पर सहयोग करने के लिए कह रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर वे ऐसा करेंगे तो हमें पता चल जाएगा कि क्या हुआ और यह कैसे शुरू हुआ। मार्च में, डब्ल्यूएचओ प्रमुख ने बीमारी की उत्पत्ति को निर्धारित करने के प्रयासों में चीन से कोविड-19 डेटा साझा करने में 'पारदर्शी' होने का आग्रह किया था। जैसा कि हम महामारी के अंत के बारे में तेजी से आशान्वित होते जा रहे हैं, यह सवाल अनुत्तरित है कि इसकी शुरुआत कैसे हुई।
उन्होंने कहा कि कोरोना की उत्पत्ती के संबंध में यह डब्ल्यूएचओ की स्थिति है और इसलिए हम चीन से इस पर सहयोग करने के लिए कह रहे हैं। हम चीन से डेटा साझा करने और आवश्यक जांच करने और परिणामों को साझा करने के लिए पारदर्शी होने का आह्वान करना जारी रखा है। उन्होंने कहा कि यह समझना कि महामारी कैसे शुरू हुई, एक नैतिक और वैज्ञानिक अनिवार्यता बनी हुई है।