By एकता | Oct 22, 2025
लंबे समय तक चलने वाले रिश्तों में एक आम समस्या यह होती है कि समय के साथ सेक्स की इच्छा कम होने लगती है। कई लोग कहते हैं कि वे हर कुछ महीनों में सिर्फ एक बार ही सेक्स करते हैं। यह सुनना अब कोई असामान्य बात नहीं रह गई है। शुरुआत में जहां रोमांस और जुनून बहुत प्रबल होता है, वहीं कुछ साल गुजरने के बाद रिश्ते में अंतरंगता तो बनी रहती है, लेकिन शारीरिक संबंधों की आवृत्ति कम हो जाती है।
ऐसा क्यों होता है?
मनोविज्ञान के अनुसार यह एक स्वाभाविक प्रक्रिया है। रिश्ते की शुरुआत में शरीर ऐसे हार्मोन बनाता है जो हमें एक-दूसरे की ओर तीव्र आकर्षण महसूस करवाते हैं। लेकिन जैसे-जैसे रिश्ता स्थिर होने लगता है, ऑक्सीटोसिन नाम का हार्मोन अधिक सक्रिय हो जाता है। यह हार्मोन हमें भावनात्मक सुरक्षा और जुड़ाव का एहसास तो कराता है, लेकिन यौन इच्छा को कम कर देता है। इसलिए प्यार कम नहीं होता, लेकिन जुनून पहले जैसा नहीं रहता।
क्या महिलाओं में यह समस्या ज्यादा होती है?
महिलाओं में यह समस्या पुरुषों की तुलना में अधिक दिखाई देती है। सामाजिक परवरिश, शरीर को लेकर नकारात्मक धारणाएं, बुरे अनुभव और जिम्मेदारियों का बोझ महिलाओं की सेक्स इच्छा को प्रभावित करता है। साथ ही रिश्ते में भावनात्मक जुड़ाव कमजोर पड़ने पर महिलाओं की कामेच्छा और भी कम हो जाती है। यह भी एक बड़ी सच्चाई है कि विषमलैंगिक रिश्तों में अक्सर महिला सुख को प्राथमिकता नहीं दी जाती, जिसके कारण महिलाओं की यौन संतुष्टि धीरे-धीरे घटने लगती है।
रिश्ते में संवाद क्यों जरूरी है?
रिश्ते में सेक्स कम होना कोई समस्या नहीं है, लेकिन इसके बारे में बात न करना समस्या जरूर बन जाती है। अगर जोड़े खुलकर अपनी पसंद, नापसंद और जरूरतों पर बात नहीं करते, तो धीरे-धीरे भावनात्मक दूरी बढ़ सकती है। बातचीत रिश्ते की जान है, यह न सिर्फ यौन जुड़ाव को बेहतर बनाती है बल्कि रिश्ते को गहरा भी करती है।
सिर्फ सेक्स नहीं, स्नेह भी जरूरी
सिर्फ सेक्स ही अंतरंगता का माध्यम नहीं है। गले लगाना, चूमना, हाथ पकड़ना, ऐसे छोटे-छोटे स्नेह भरे इशारे भी रिश्ते को बेहद मजबूत बनाते हैं। अक्सर देखा जाता है कि जोड़े रोजमर्रा की जिंदगी में एक-दूसरे से शारीरिक रूप से जुड़े रहना बंद कर देते हैं, और फिर अचानक सेक्स की उम्मीद करते हैं, जो स्वाभाविक रूप से दबाव जैसा महसूस होता है। इसलिए नियमित रूप से स्पर्श और स्नेह दिखाना भावनात्मक नजदीकी के लिए बेहद जरुरी है।
आख़िर में, यह समझना जरूरी है कि रिश्तों को बनाए रखने के लिए सेक्स के साथ-साथ बाद का स्नेह भी बहुत मायने रखता है। सेक्स के बाद साथ में लेटना, बात करना या आलिंगन करना रिश्ते में विश्वास, अपनापन और संतुष्टि बढ़ाता है। अध्ययनों से भी यह साबित हुआ है कि सेक्स के बाद का स्नेह खासकर महिलाओं में रिश्ते की खुशी को कई गुना बढ़ा देता है।