By अंकित सिंह | Feb 22, 2022
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अचानक फिर से सुर्खियों में हैं। सूत्रों के मुताबिक नीतीश कुमार आगामी राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष की ओर से राष्ट्रपति उम्मीदवार हो सकते हैं। प्रशांत किशोर और नीतीश कुमार के बीच हुई मुलाकात के बाद इस बात के कयास शुरू हो गए हैं। हालांकि खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से जब यह सवाल किया गया तो उन्होंने इसे खारिज कर दिया। नीतीश ने साफ तौर पर कहा कि ऐसा तो कभी मेरे दिमाग में भी नहीं आया है। वह इसके बारे में सोचते भी नहीं है। पता नहीं लोग क्या-क्या करते रहते हैं। कुछ भी बोलते रहते हैं। मुझे इसकी जानकारी नहीं है।
ऐसे उठी खबर
हाल में ही दिल्ली में चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर से नीतीश कुमार की मुलाकात हुई थी। इसके बाद प्रशांत किशोर ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव से भी मुलाकात की थी। बताया जा रहा है कि विपक्ष को एकजुट करने के लिए प्रशांत किशोर ने ही बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को राष्ट्रपति उम्मीदवार बनाए जाने का सुझाव दिया था जिस पर चंद्रशेखर ने भी हामी भर दी है। खबर तो यह भी चल रही है कि उत्तर प्रदेश चुनाव बाद नीतीश कुमार भाजपा से अलग हो जाएंगे।
बिहार के नेताओं की प्रतिक्रिया
नीतीश के राष्ट्रपति उम्मीदवार होने की खबर ने बिहार की राजनीति में एक बार फिर से हलचल मचा दी है। एक ओर जहां भाजपा कोटे से बिहार के उपमुख्यमंत्री तारकेश्वर प्रसाद से जब यह सवाल पूछा गया तो वह इस सवाल से कन्नी काटते नजर आए। उन्होंने कहा कि मुझे इस बात की जानकारी नहीं है। अभी हमारे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद जी हैं। आगे के लिए क्या होगा, इस पर फैसला राष्ट्रीय नेतृत्व करेगा। वहीं बिहार सरकार में जदयू कोटे से मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि नीतीश कुमार को राष्ट्रपति मटेरियल के रूप में देखा जा रहा है। यह सिर्फ बिहार के लिए ही नहीं बल्कि पूरे देश के लिए गर्व की बात है। नीतीश कुमार की सोच राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय स्तर की है इसलिए उन्हें राष्ट्रपति उम्मीदवार बनाना सही होगा। जीतन राम मांझी ने कहा कि कोई भी बड़ा पद हो, नीतीश कुमार उसके लायक हैं। लेकिन राष्ट्रपति बनाया जाए या नहीं बनाया जाए, इस पर फैसला बाद में लिया जाएगा।