By अभिनय आकाश | Jan 22, 2025
शतरंज एक ऐसा खेल होता है जहां पर बहुत दिमाग से चाल चलनी होती है। कब घोड़ की चाल चलनी है और कब सिपाही की और राजा को कैसे बचाना है। ये सोच समझ कर चाल चलनी होती है। राजनीति में भी इसी तरीके का खेल खेलना होता है। ये खेल खेलने में अरविंद केजरीवाल बहुत माहिर हैं। तिहाड़ जेल से रिहाई के बाद पार्टी के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए अऱविंद केजरीवाल ने बड़ा ऐलान कर दिया। अरविंद केजरीवाल ने इस्तीफे का ऐलान किया।अरविंद केजरीवाल ने कहा कि वो जनता की अदालत में जाएंगे और उन्हें फिर से चुने जाने के बाद वो सीएम की कुर्सी पर बैठेंगे। लेकिन उनके दोबारा सीएम की कुर्सी पर बैठने को लेकर भी कई तरह के पेंच की चर्चा समय समय पर होती रही है। अब इसको लेकर दिल्ली की वर्तमान मुख्यमंत्री आतिशी से जब सवाल पूछा गया तो उन्होंने बिना लाग लपेट कहा कि अरविंद केजरीवाल ही अगले मुख्यमंत्री होंगे।
दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने उन दावों को खारिज कर दिया है जिसमें कहा गया है कि 5 फरवरी के विधानसभा चुनाव के बाद आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल सीएम नहीं बन सकते। अंग्रेजी अखबार हिंदुस्तान टाइम्स के साथ एक स्पेशल इंटरव्यू में कालकाजी से आम आदमी पार्टी की उम्मीदवार आतिशी ने साफ कहा कि मामले की वैधता बिल्कुल स्पष्ट है। आतिशी ने कहा कि कानूनी तौर पर, यह बहुत स्पष्ट है कि जो कोई भी चुनाव लड़ सकता है वह सीएम बनने के लिए पात्र है। इसलिए, इसकी वैधता बिल्कुल स्पष्ट है। कथित शराब घोटाला मामले में जमानत पर रिहा होने के दो दिन बाद अरविंद केजरीवाल ने पिछले साल सितंबर में दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने विधानसभा चुनाव के बाद ही पद पर लौटने की कसम खाई थी जब दिल्ली के लोगों ने उन्हें ईमानदारी का प्रमाण पत्र दिया था।
आतिशी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट से जमानत में लगाई गई किसी शर्त के कारण अरविंद केजरीवाल के सीएम नहीं बनने की संभावना पर बोलते हुए आतिशी ने कहा कि उनकी पार्टी ने हमेशा थोपी गई शर्तों के तहत काम किया है। पिछले 10 वर्षों में आम आदमी पार्टी ने हमेशा अपने ऊपर लगाई गई किसी न किसी शर्त के तहत अपनी सरकार चलाई है। हम फरवरी 2015 में दिल्ली में सत्ता में आए। मई 2015 में गृह मंत्रालय ने अवैध रूप से एक अधिसूचना जारी कर दिल्ली सरकार की सभी शक्तियां छीन लीं। हमने आठ साल तक अदालत में लड़ाई लड़ी और सही साबित हुए। आठ दिनों के भीतर, उन्हें एक अध्यादेश मिला जिसने फिर से हमारी सारी शक्तियाँ छीन लीं।