By दिनेश शुक्ल | Oct 15, 2019
भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल की नगर निगम को दो भागों में बांटने को लेकर कांग्रेस की कमलनाथ सरकार का विरोध लगातार बढ़ता जा रहा है। भाजपा कार्यकर्ताओं और पदाधिकारीयों ने इसको लेकर भोपाल जिला कलेक्टर को ज्ञापन भी सौंपा है। पिछले दिनों नगर पालिक संशोधन विधेयक 2019 को राजभवन की मंजूरी मिलने के बाद राज्य सरकार ने गजट नोटिफिकेशन दिया था। जिसके अनुसार प्रदेश की राजधानी भोपाल को दो हिस्सों में बांटकर दो नगर निगम बनाए जाने को लेकर किए गए दावे का भाजपा विरोध कर रही है।
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वर्तमान में भोपाल में भाजपा की नगर सरकार है। जिसके महापौर आलोक शर्मा है। महापौर आलोक शर्मा ने ऑल इंडिया मेयर काउंसिल की तरफ से राज्यपाल को भी संशोधित बिल को मंजूरी न देने को लेकर अपील करते हुए ज्ञापन दिया था। लेकिन कैबिनेट में पास होने के बाद राज्यपाल ने भी इसे मंजूरी दे दी। वहीं, अब भाजपा का आरोप है कि भोपाल नगर निगम को दो हिस्सों में बांटकर कांग्रेस सरकार भोपाल की गंगा-जमुनी तहजीब को खत्म करना चाहती है।
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मंगलवार को भोपाल महापौर आलोक शर्मा पार्टी पदाधिकारियों के साथ बस में बैठकर भजन गाते हुए कलेक्ट्रेड पहुंचे, जहां पर मीडिया को बयान देते समय महापौर की जुबान फिसल गई और उन्होंने भोपाल शहर का विकास न होने देने की बात कह डाली। हालांकि बाद में उन्होंने भोपाल नगर निगम को दो हिस्सों में न बंटने देने की बात कहीं। लेकिन उनका यह बयान सोशल मीडिया और खूब वायरल हो रहा है।