अल्पसंख्यक समाज को टोपी से टाई की तरफ ले जाने की दिशा में हो रहा काम: मोहसिन रजा

By अभिनय आकाश | Oct 26, 2021

 भारत को त्योहारों का देश कहा जाता है लेकिन यह तो चुनावों का भी देश है। लोकतंत्र की जननी भारत दुनिया का ऐसा बिरला देश है जहां हर समय देश के किसी ना किसी कोने में किसी ना किसी स्तर पर चुनाव चल ही रहे होते हैं। इसलिए राजनीतिक सरगर्मियां साल भर बनी रहती हैं लेकिन जब बड़े राज्यों में विधानसभा चुनाव हों या देश में आम चुनाव होने हों तो राजनीतिक माहौल अलग ही रुख ले लेता है। एक दौड़ यह भी देखने को मिलती है कि अल्पसंख्यकों को लुभाने की होड़ राजनीतिक दलों में लग जाती है, एकदम से अल्पसंख्यकों की चिंता सभी को सताने लगती है, यह सब दर्शाता है कि समाज के इस अभिन्न हिस्से को अधिकतर वोट बैंक के रूप में ही देखा जाता है। चुनाव आते ही अल्पसंख्यकों के हितों की चिंता राजनीतिक दलों को क्यों सताने लगती है? परिचर्चा पर बात कहते हुए उत्तर प्रदेश के अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री मोहसिन रजा ने कहा कि अल्पसंख्यक समाज खासकर मुस्लिमों को आगे बढ़ाने की दिशा में काम किया। प्रधानमंत्री मोदी ने भी एक हाथ में कुरान एक हाथ में लैपटॉप से जोड़ने का नारा दिया था। हमारा विजन अल्पसंख्यक समाज को टोपी से टाई की तरफ ले जाने का है।

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कार्यक्रम के दौरान मेरठ से संवाददाता के जरिये जुड़े एक आम नागरिक ने कुछ सवाल मंत्री रजा से पूछे। इस दौरान वो काफी रोष में भी नजर आए। उन्होंने कहा कि मैं इसी सरकार क हमारे यहां मदरसों के आधुनिकरण के तहत अदुनाित मदरसों की संख्या 0 है। हमारे यहां तीन मदरसें हैं आज तक इनमें कोई बदलाव नहीं हुआ। टीचरों को तनख्वाह नहीं दी जाती। 

मदरसा माफिया की दुकाने बंद हो गई

सवाल का जवाब देते हुए मोहसिन रजा ने कहा कि हमारे भाई बहुत तैश में आकर बात कर रहे थे। उन्होंने पिछले 65 साल और पिछले 15 साल गुजारे उन्होंने भ्रष्टाचार किया। इससे पहले आधुकरण कोई जानता भी था। हमार ईमानदारी से शिक्षा स्तर बेहतर करने के लिए काम कर रहे हैं तो ये नाराजगी पार्दर्शिता को लेकर आ गई है। 562 हमारे अनुदानित मदरसे हैं। 5 से 10 प्रतिशत के जांच के दायरे में आएंगे तो बंद करने के कगार पर आ जाएंगे। हम पारदर्शीता के  साथ काम कर रहे हैं तो मदरसा माफिया की दुकान बंद होती नजर आ रही है। अल्पसंयक समाज को मुख्य धारा में कैसे जोड़ा जाए इस पर काम कर रहे हैं। हमारी सरकार ईमानदारी के साथ बिना किसी भेदभाव के साथ काम कर रही है। लोग इसको किस नजर से देखना चाहते हैं वो ये जाने। हम लोगों के विकास और मुस्लिम समाज को कैसे मुख्यधारा से कैसे जोड़ा जाए इस दिशा में काम कर रहे हैं।

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तीन तलाक की बेड़ियों से मुस्लिम बहनों को आजाद कराया

मुस्लिम समाज की बहनों को हमने तीन तलाक की बेड़ियों से हमने आजादी दिलाई। मन से भेदभाव को बाहर निकालें, हम सब हिन्दुस्तानी है। चश्मा उतारकर देखने की जरूरत है। वोट किसी को भी दें ये उनकी मर्जी है। लेकिन योजनाओं का लाभ हमसे लीजिए। असद्दुदीन ओवैसी के पूर्वज ने देश का बंटवारा करवा दिया।  

 

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