येचुरी और राजा को श्रीनगर एयरपोर्ट से ही लौटाया गया वापस

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Aug 09, 2019

नयी दिल्ली। माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी और भाकपा के महासचिव डी राजा को शुक्रवार को जम्मू कश्मीर जाने की अनुमति नहीं दी गई और कुछ देर हिरासत में रखे जाने के बाद उन्हें श्रीनगर हवाई अड्डे से वापस भेज दिया गया। पार्टी सूत्रों ने यह जानकारी दी। वाम नेता, श्रीनगर में माकपा के नेता मोहम्मद तारिगामी और पार्टी के अन्य सहयोगियों से मुलाकात करने गये थे। येचुरी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को फोन पर बताया, ‘‘उन्होंने हमें एक कानूनी आदेश दिखाया जिसमें श्रीनगर में किसी को प्रवेश की अनुमति नहीं देने की बात कही गई थी। इसमें कहा गया था कि सुरक्षा कारणों से पुलिस संरक्षण में भी शहर में जाने की अनुमति नहीं है। हम अब भी उनसे बातचीत की कोशिश कर रहे हैं।’’

इसे भी पढ़ें: शहर में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी गई व मुझे और राजा को हिरासत में लिया गया: येचुरी

पार्टी सूत्रों ने बताया कि इसके बाद उन्हें वापस दिल्ली भेज दिया गया। येचुरी और राजा ने राज्यपाल सत्यपाल मलिक को बृहस्पतिवार को पत्र लिखकर अपनी यात्रा की सूचना दी थी और उनसे अनुरोध किया था कि उन्हें प्रवेश की अनुमति दी जाए।येचुरी ने कहा था, ‘‘हम दोनों ने जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल को पत्र लिखकर अनुरोध किया था कि हमारी यात्रा में कोई बाधा नहीं आनी चाहिए... इसके बावजूद हमें हिरासत में ले लिया गया। मैं अपने बीमार सहकर्मी और यहां मौजूद हमारे सहयोगियों से मिलना चाहता था।’’

इसे भी पढ़ें: मोदी सरकार पर येचुरी ने साधा निशाना, कहा- किसान और छोटे व्यापारी तबाह हो गए

माकपा पोलित ब्यूरो द्वारा जारी एक बयान के अनुसार पार्टी ने उनकी हिरासत को लेकर सरकार पर निशाना साधा और कहा कि यह एक ‘‘अलोकतांत्रिक कृत्य’’ है जो भाजपा के ‘अधिनायकवादी चेहरे’ को दिखाता है। बयान में कहा गया है, ‘‘पोलित ब्यूरो लोगों से भाजपा सरकार के इस अलोकतांत्रिक कृत्य का विरोध करने का आह्वान करता है।’’  कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद को बृहस्पतिवार को हिरासत में लिया गया था और श्रीनगर हवाईअड्डे से दिल्ली वापस भेज दिया गया था।

प्रमुख खबरें

550 अरब रुपये का बकाया, पाई पाई वसूलने की शुरू हुई कार्रवाई, जिनपिंग ने शहबाज को दिया अल्टीमेटम

मुसलमानों के लिए बरकरार रखेंगे 4% आरक्षण, Andhra Pradesh में BJP की सहयोगी TDP का बड़ा ऐलान

Jammu Kashmir: आतंकवादी संगठन से जुड़ने जा रहा था युवक, पुलिस ने मौके पर ही धड़ दोबाचा

पक्षपातपूर्ण और राजनीतिक एजेंडा, अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता को लेकर अमेरिकी आयोग की रिपोर्ट को भारत ने किया खारिज