मतदान प्रतिशत में गिरावट रोकने के प्रयास दोगुने किए : Election Commission

Election Commission
ANI

अतीत में मतदाता भागीदारी की तुलना में, यह “सर्वश्रेष्ठ में से एक” है, लेकिन 2019 के आम चुनावों के उच्च मानकों से “कुछ हद तक पीछे” है। वर्ष 2019 में पहले चरण में 69.43 प्रतिशत और दूसरे चरण में 69.64 प्रतिशत मतदान हुआ था।

निर्वाचन आयोग ने शुक्रवार को कहा कि उसने लोकसभा चुनाव के पहले दो चरणों के मतदान में “मामूली” गिरावट को दूर करने के लिए मतदाता भागीदारी पहलों को “दोगुना” कर दिया है। पहले चरण में 66.14 प्रतिशत और दूसरे चरण में 66.71 प्रतिशत मतदान हुआ।

अतीत में मतदाता भागीदारी की तुलना में, यह “सर्वश्रेष्ठ में से एक” है, लेकिन 2019 के आम चुनावों के उच्च मानकों से “कुछ हद तक पीछे” है। वर्ष 2019 में पहले चरण में 69.43 प्रतिशत और दूसरे चरण में 69.64 प्रतिशत मतदान हुआ था।

निर्वाचन आयोग ने कहा कि सात मई को तीसरे चरण के मतदान वाले 11 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में मौसम की स्थिति सामान्य रहने का अनुमान है। पहले चरण में मतदान में गिरावट के बाद, निर्वाचन आयोग ने महाराष्ट्र, बिहार, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और कर्नाटक के राज्य मुख्य निर्वाचन अधिकारियों को मतदाताओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए अतिरिक्त योजनाएं तैयार करने का निर्देश दिया था।

आयोग ने मतदाताओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए कम मतदान वाले जिलों के जिला निर्वाचन अधिकारियों के साथ बातचीत भी की। निर्वाचन आयोग ने कहा कि वह अगले पांच चरणों में मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए हर संभव कदम उठाने के लिए प्रतिबद्ध है। आयोग ने कहा कि वह इस उद्देश्य के लिए मुख्य निर्वाचन अधिकारियों और निर्वाचन सदन (आयोग का मुख्यालय) के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ अतिरिक्त पहल का नेतृत्व कर रहा है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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