Shahrukh Khan के बेटे को क्लीन चिट देने वाले एनसीबी अधिकारी ने लिया वीआरएस

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‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि उन्होंने पूरी तरह से ‘व्यक्तिगत कारणों’ से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (वीआरएस) मांगी है और उन्होंने 29 फरवरी को इसके लिए आवेदन किया था।

राष्ट्रीय स्वापक ब्यूरो (एनसीबी) के उप महानिदेशक (डीडीजी) संजय कुमार सिंह ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली है। वह एजेंसी द्वारा गठित उस विशेष जांच टीम (एसआईटी) का नेतृत्व कर रहे थे, जिसने क्रूज जहाज मादक पदार्थ मामले में बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को क्लीन चिट दी थी।

भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के 1996 बैच के ओडिशा कैडर के अधिकारी वर्तमान में डीडीजी के रूप में एनसीबी के दक्षिण-पश्चिम और दक्षिणी क्षेत्र का नेतृत्व कर रहे हैं।

वह मादक पदार्थ से जुड़े दो मामलों की जांच में कथित अनियमितताओं के आरोप का सामना कर रहे एनसीबी के पूर्व क्षेत्रीय निदेशक समीर वानखेड़े के खिलाफ भी जांच कर रहे हैं। दोनों मामले समीर वानखेड़े के एनसीबी मुंबई कार्यालय के प्रमुख रहने के दौरान के हैं।

सिंह ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि उन्होंने पूरी तरह से ‘व्यक्तिगत कारणों’ से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (वीआरएस) मांगी है और उन्होंने 29 फरवरी को इसके लिए आवेदन किया था।

उनका वीआरएस 30 अप्रैल से प्रभावी होगा। उन्हें जनवरी 2025 में सेवानिवृत्त होना था। सिंह ने कहा, ‘‘मैं 30 अप्रैल तक अपनी सेवाएं दूंगा।’’ सिंह की अध्यक्षता में एक विशेष जांच टीम (एसआईटी) ने मई 2022 में क्रूज जहाज पर मादक पदार्थ मामले में ‘पर्याप्त सबूतों की कमी’ का हवाला देते हुए आर्यन खान और पांच अन्य को क्लीन चिट दे दी थी। आर्यन खान और कई अन्य को वानखेड़े की अध्यक्षता वाली एक टीम ने मादक पदार्थ के मामले में अक्टूबर 2021 में मुंबई में गिरफ्तार किया था।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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