ट्रैफिक पुलिस कर्मियों को मिला AC Helmet, गर्मियों में पहुंचाएगा राहत

AC Helmet
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रितिका कमठान । Apr 24 2024 5:34PM

खासतौर से पुलिस विभाग के लोग, जो भरी गर्मी में भी अपनी ड्यूटी तपती धूप में भी निभाते रहते है। ऐसी ही ड्यूटी ट्रैफिक पुलिस की भी होती है, जो लोगों से ट्रैफिक रूल्स फॉलो करवाने के लिए तपती धूप में भी अपनी ड्यूटी निभाते है।

भारत में इन दिनों भीषण गर्मी पड़ रही है। आने वाले दिनों में भीषण गर्मी का प्रकोप और भी अधिक होने वाला है। वहीं गर्मी से राहत पाने के लिए लोग नए-नए तरीके अपनाने से भी गुरेज नहीं कर रहे हैं। गर्मियों के मौसम में कई ऐसे जॉब प्रोफाइल भी हैं जिनमें चार दीवारी के अंदर एसी में बैठने को नहीं मिलता। इसमें फिल्ड वर्क करने वाले लोग शामिल होते है।

खासतौर से पुलिस विभाग के लोग, जो भरी गर्मी में भी अपनी ड्यूटी तपती धूप में भी निभाते रहते है। ऐसी ही ड्यूटी ट्रैफिक पुलिस की भी होती है, जो लोगों से ट्रैफिक रूल्स फॉलो करवाने के लिए तपती धूप में भी अपनी ड्यूटी निभाते है। वहीं अब ऐसे ट्रैफिक पुलिसकर्मियों के लिए खास हेलमेट लाया गया है, जो एसी युक्त है, जिससे भीषण गर्मी में भी उन्हें राहत मिल सकेगी। जानते हैं इन हेलमेट के बारे में और ये कैसे काम करेंगे?

 

सीएनबीसी के अनुसार, एसी हेलमेट तेलंगाना के हैदराबाद में एक स्टार्ट-अप जार्श सेफ्टी द्वारा बनाया गया है। एक्टिव कूलिंग हेलमेट इनबिल्ट एसी के साथ आते हैं। इनका वजन मात्र 200 ग्राम है। ऐसे में इस हेलमेट को पहनने वालों के लिए ये काफी राहत देते हैं और भारी भी नहीं होते। कंपनी का दावा ये भी है कि जो इन हेलमेट को पहनता है उसके शरीर का तापमान को 10 से 15 डिग्री सेल्सियस तक कम होने में मदद मिल सकती है। ये हेलमेट रिचार्जेबल ली-आयन बैटरी के माध्यम से चलते है। बैटरी की बदौलत ये एक बार में 10 घंटे तक चालू रहते है।

जानें कितनी है कीमत

ट्रैफिक पुलिसकर्मियों के लिए इस खास हेलमेट की कीमत 13,000 रुपये से 17,000 रुपये के बीच है। हेलमेट को आईएसओ और ओएचएस सहित अन्य द्वारा प्रमाणित किया गया है। कंपनी का कहना है कि इसका कम-शक्ति वाला एप्लिकेशन विफलता या शॉर्ट-सर्किट के जोखिम को नकारता है। हिंदुस्तान टाइम्स ने बताया कि हेलमेट में वेंट हैं जिनसे ठंडी हवा बहती है। उनके पास एक प्लास्टिक शील्ड भी होती है जो आंखों को धूप से बचाती है।

इस हेलमेट को पॉवर एक बैटरी पैक से पहनने वाले की कमर पर होता है। जब बैटरी कम हो जाती है, तो एक लाल बत्ती संकेत देती है कि हेलमेट को चार्ज करने की आवश्यकता है। पिछले सप्ताह उत्तर प्रदेश के हजरतगंज अटल चौक चौराहे पर ड्यूटी पर तैनात कर्मियों को कम से कम चार हेलमेट दिए गए - यह राज्य में इस तरह का दूसरा परीक्षण है। पुलिस का कहना है कि एक महीने के परीक्षण के बाद कम से कम 500 और हेलमेट खरीदे जा सकते हैं। एडीसीपी ने कहा, "हेलमेट का वजन सामान्य हेलमेट का आधा है और हमारे पुलिसकर्मियों को बहुत आरामदायक महसूस हुआ।"

आउटलेट ने वडोदरा शहर की पुलिस उपायुक्त (डीसीपी), यातायात, ज्योति पटेल के हवाले से कहा, “हम पुलिस के लिए एसी जैकेट रखने के बारे में भी सोच रहे हैं। हमने कुछ निर्माताओं को आमंत्रित किया है जिनके पास एसी जैकेट हैं। इसलिए यदि एसी हेलमेट काम करेंगे, तो हम उनके लिए एसी जैकेट भी ला सकते हैं।''

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