By अभिनय आकाश | Nov 16, 2021
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच पहली बार वर्चुअल बैठक हुई। दोनों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को बेहतर बनाने पर चर्चा हुई। दोनों देश बातचीत के दौरान कई मुद्दों पर सहमत हुए हैं। जो बाइडेन की तरफ से कहा गया है कि आपसी प्रतिस्पर्धा हो लेकिन टकराव नहीं। अमेरिका के साथ काम करने के लिए तैयार जिनपिंग ने बाइडेन को अपना पुराना दोस्त बताया है।
जिनपिंग ने क्या कहा-
1.) बाइडेन को बताया अपना पुराना दोस्त
2.) दोनों देशों के बीच एक स्थिर संबंध की आवश्यकता है।
3.) इसके लिए महत्वपूर्ण होगा कि दोनों देश एक-दूसरे का सम्मान करें।
4.) ताइवान और अन्य फ्लैशपॉइंट मुद्दों पर बढ़ते तनाव के बीच दोनों देशों को कम्यूनिकेशन में सुधार करने और एक साथ चुनौतियों का सामना करने की आवश्यकता है।
5.) आम सहमति बनाने, सक्रिय कदम उठाने और चीन व अमेरिका के बीच संबंधों को एक सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ाने के लिए आपके साथ काम करने के लिए तैयार हूं।
बाइडेन ने क्या कहा-
1.) चीन और अमेरिका को एक-दूसरे का सम्मान करना चाहिए।
2.) चीन और अमेरिका को सहयोग बढ़ाने की जरूरत है।
3.) हम यह सुनिश्चित करें कि हमारे देशों के बीच प्रतिस्पर्धा सरल और सीधी हो, लेकिन इसमें इरादातन या अनपेक्षित संघर्ष न हो।
4.) उइगरों पर अत्याचार और ताइवान में सैन्य कार्रवाई की आलोचना
5.) जलवायु परिवर्तन दुनिया के लिए एक बड़ी समस्या है और इस पर वैश्विक स्तर पर काम होना चाहिए
बाइडेन और जिनपिंग की दोस्ती
जिनपिंग ने भाषण में बाइडेन को पुराना मित्र बताते हुए संबोधित किया। इससे पहले 2013 में तत्कालीन उपराष्ट्रपति बाइडेन की चीन यात्रा के दौरान चिनफिंग ने उन्हें ‘पुराना मित्र’ बताया था जबकि बाइडेन ने दोनों की ‘दोस्ती’ के बारे में बात की थी।
कई मुद्दों पर बन सकती है आपसी सहमति
अमेरिका एक सुपर पावर है और चीन सुपर पावर बनने की ख्वाहिश लिए है। दोनों देशों के बीच लंबे समय से एक टकराव रहा है। इस मीटिंग को लेकर बहुत ज्यादा उम्मीदें नहीं की गई और न ही किसी तरह के संयुक्त बयान के बारे में बात की गई। लेकिन इस मीटिंग को इसलिए भी बेहद अहम माना जा रहा है क्योंकि अमेरिका और चीन के बीच कई ऐसे मुद्दे हैं जिसमें आपसी सहमति बन सकती है। जिनमें जलवायु परिवर्तन भी एक है। बाइडेन ने कहा कि जलवायु परिवर्तन दुनिया के लिए एक बड़ी समस्या है और इस पर वैश्विक स्तर पर काम होना चाहिए। चीन और अमेरिका को सहयोग बढ़ाने की जरूरत है।
इस साल तीसरी वार्ता
शी और बाइडन के बीच यह तीसरी वार्ता है। इससे पहले, दोनों नेताओं ने सितंबर में फोन पर लंबी बातचीत की थी। अमेरिका और चीन के बीच मौजूदा तनावपूर्ण संबंधों की पृष्ठभूमि में दोनों नेताओं ने यह बैठक की। बाइडन उत्तर पश्चिमी चीन में उइगर समुदाय के लोगों के मानवाधिकारों के हनन, हांगकांग में लोकतांत्रिक विरोध प्रदर्शनों को कुचलने, स्व-शासित ताइवान के खिलाफ सैन्य आक्रामकता सहित कई मुद्दों पर बीजिंग की आलोचना करते रहे हैं। वहीं, शी के अधिकारियों ने बाइडन प्रशासन पर निशाना साधते हुए, उस पर चीन के आतंरिक मामलों में हस्तक्षेप करने के आरोप लगाए हैं।