By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Aug 07, 2018
नयी दिल्ली। अफ्रीकी देश मारीशस में इसी महीने होने जा रहे विश्व हिन्दी सम्मेलन के लिए दूसरे देशों में रह रहे हिन्दी प्रेमियों ने जबर्दस्त उत्साह दिखाया है। विदेश मंत्रालय के मुताबिक 18 से 20 अगस्त तक होने वाले ग्यारहवें विश्व हिन्दी सम्मेलन के लिए अब तक कुल 1422 लोगों ने पंजीकरण कराया है जिनमें से 560 विदेशी हैं। सम्मेलन के लिए भारत के राष्ट्रीय पक्षी मोर तथा मारीशस के राष्ट्रीय पक्षी डोडो को मिलाकर बनाया गया शुभंकर हिन्दी के अंक ग्यारह जैसा दिखता है।
मंत्रालय के अनुसार विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की पूरी कोशिश है कि यह सम्मेलन पुराने सम्मेलनों से हटकर कुछ अलग हो। इस संबंध में मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि सम्मेलन में पहली बार पिछले सम्मेलन में हुए अलग-अलग सत्र की अनुशंसाओं पर पिछले तीन वर्ष में की गई कार्रवाई की रिपोर्ट भी पेश की जाएगी। पिछला सम्मेलन 2015 में भोपाल में हुआ था और उसमें कुल 12 सत्र हुए थे।
सूत्रों ने बताया कि इस सम्मेलन में कार्रवाई रिपोर्ट पेश करने के लिए एक सत्र अलग से रखा गया है। खुद सुषमा स्वराज कार्रवाई रिपोर्ट पेश करेंगी। इसके अलावा सभी सत्रों में इस बार भाषा के साथ भारतीय संस्कृति को मुख्य थीम के तौर पर रखा जाएगा। इस सम्मेलन के लिए शुभंकर के निर्धारण में भी स्वराज ने काफी दिलचस्पी ली है। भारत के राष्ट्रीय पक्षी मोर तथा मारीशस के राष्ट्रीय पक्षी डोडो को मिलाकर बना शुभंकर हिन्दी के अंक ग्यारह जैसा दिखता है।