Bipin Rawat Helicopter crash | 10 साल में 42 सेना के जवान गवां चुके हैं हेलीकॉप्टर दुर्घटना में अपनी जान, पढ़ें पूरी रिपोर्ट

By रेनू तिवारी | Dec 09, 2021

तमिलनाडु में कुन्नूर के समीप हुई हेलीकॉप्टर दुर्घटना में भारत के प्रथम प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और 11 अन्य लोगों की मृत्यु हो गई। यह जानकारी भारतीय वायुसेना ने दी। वायुसेना के अनुसार दुर्घटना में जीवित बचे एकमात्र व्यक्ति, ग्रुप कैप्टन वरूण सिंह का फिलहाल वेलिंगटन में सेना के अस्पताल में इलाज चल रहा है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि प्रमुख रक्षा अध्यक्ष सुबह 8:47 बजे पालम एयरबेस से भारतीय वायुसेना के एम्बरर विमान से रवाना हुए थे और सुबह 11:34 बजे सुलुर एयरबेस पर पहुंचे। सुलुर से उन्होंने एमआई-17वी5 हेलीकॉप्टर से करीब 11:48 बजे वेलिंगटन के लिए उड़ान भरी। उन्होंने बताया कि हेलीकॉप्टर दोपहर 12:22 बजे दुर्घटनाग्रस्त हुआ। इससे पहले लेफ्टिनेंट जनरल के पद पर रहते हुए छह साल पहले 2015 में जनरल रावत एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में बाल-बाल बच गए थे।

 

इसे भी पढ़ें: हेलीकॉप्टर दुर्घटना: IAF के ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह की बची जान, अगस्त में मिला था शौर्य चक्र


सीडीएस बिपिन रावत और अन्य की बुधवार को हुई मौत ने रूस में बने एमआई-17 हेलीकॉप्टरों पर सुर्खियां बटोरीं, जिनका भारत में दुर्घटनाओं का इतिहास रहा है। Mi-17V5 भारतीय वायु सेना द्वारा उपयोग किया जाने वाला एक आधुनिक परिवहन हेलीकॉप्टर है। हेलिकॉप्टर को अपने कार्गो केबिन के अंदर या बाहरी स्लिंग पर कर्मियों, कार्गो और उपकरणों को ले जाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। हेलीकॉप्टर सामरिक हवाई हमले बलों और टोही टीमों को गिराने में सक्षम है।

 

इसे भी पढ़ें: राम मंदिर पर फैसले को कौन टालना चाहता था? रंजन गोगोई ने ऐसे फेरा उसकी मंशा पर पानी, पूर्व CJI ने किए हैरतअंगेज खुलासे


रूस के कज़ान हेलीकॉप्टरों कंपनी द्वारा निर्मित, हेलिकॉप्टर की मारक क्षमता 1,065 किमी है। हेलीकॉप्टर अधिकतम 13,000 किलोग्राम भार उठा सकता है, अधिकतम 250 किमी प्रति घंटे की गति से उड़ान भर सकता है।  रूस में निर्मित Mi-सीरीज के हेलिकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने की खबरें पिछले 10 सालों में कई बार आ चुकी हैं। 2010 से अब तक पांच दुर्घटनाएं हो चुकी हैं, जिनमें कम से कम 42 लोगों की जान चली गई है। यहाँ IAF के Mi-17 हेलीकॉप्टरों से जुड़ी दुर्घटनाएँ हैं-


अरुणाचल प्रदेश, 2010

दिनांक: 19 नवंबर, 2010 

स्थान: तवांग, अरुणाचल प्रदेश

हताहत: 12 की मौत


अरुणाचल प्रदेश के तवांग से उड़ान भरने के कुछ मिनट बाद ही भारतीय वायुसेना के एमआई-17 हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने से उसमें सवार सभी 12 सशस्त्र बलों के जवानों की मौत हो गई। चीन की सीमा से लगे बोमदिर में हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने से भारतीय वायुसेना के 11 अधिकारियों समेत 12 लोगों की मौत हो गई जिनमें से दो पायलट और एक सैन्य अधिकारी शामिल हैं। गुवाहाटी जाने वाले हेलीकॉप्टर के तवांग हेलीपैड से उड़ान भरने के कुछ मिनट बाद यह दुर्घटना हुई।


गुजरात, 2012

दिनांक: 30 अगस्त, 2012

स्थान: जामनगर, गुजरात

हताहत: 9 की मौत


30 अगस्त को गुजरात में जामनगर शहर के पास एक हवाई अड्डे से टेकऑफ़ के तुरंत बाद हेलिकॉप्टर के बीच हवा में टकरा जाने से दो एमआई-17 हेलीकॉप्टरों में सवार पांच अधिकारियों सहित वायु सेना के नौ कर्मियों की मौत हो गई थी। हेलीकॉप्टर कथित तौर पर एक बमबारी मिशन के लिए अभ्यास पर था जब दुर्घटना हुई। घटना के बाद रक्षा मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया, नौ कर्मी विमान में सवार थे और सभी ने दम तोड़ दिया। उन्होंने कहा, "हेलीकॉप्टरों ने जामनगर एयरबेस से उड़ान भरी थी और वे नियमित उड़ान प्रशिक्षण मिशन पर थे।"


उत्तराखंड, 2013

दिनांक: 25 जून, 2013

स्थान: गौरीकुंड, उत्तराखंड

हताहत: 8 घायल


उत्तराखंड में बचाव अभियान के दौरान IAF का Mi-17 V5 हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। भारतीय वायुसेना ने मरने वालों की संख्या आठ बताई है, जिसमें हेलिकॉप्टर के चालक दल के पांच सदस्य भी शामिल हैं। वायुसेना के एक बयान में कहा गया है कि गौचर से गुप्तकाशी और केदारनाथ के बचाव अभियान पर हेलीकॉप्टर गौरीकुंड के उत्तर में केदारनाथ से वापसी के चरण में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। बयान में कहा गया, "चालक दल के पांच सदस्यों सहित आठ लोग घातक रूप से घायल हो गए।"


अरुणाचल प्रदेश, 2017

दिनांक: 6 अक्टूबर, 2017

स्थान: तवांग के पास, अरुणाचल प्रदेश

हताहत: 7 की मौत


अरुणाचल प्रदेश के चुना इलाके में भारतीय वायु सेना (IAF) का Mi-17 V5 हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें सवार सभी सात लोगों की मौत हो गई। हादसा अरुणाचल प्रदेश के यांग्त्से सेक्टर के चुना में सुबह करीब छह बजे हुआ। हेलिकॉप्टर भारत-चीन सीमा से करीब 12 किलोमीटर और तवांग से करीब 100 किलोमीटर दूर पहाड़ी इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हुआ। दुर्घटना में शामिल हेलीकॉप्टर एक हवाई रखरखाव मिशन को अंजाम दे रहा था और उसने तवांग सेक्टर से उड़ान भरी थी।


उत्तराखंड, 2018

दिनांक: 3 अप्रैल, 2018

स्थान: केदारनाथ

हताहत: 0


निर्माण सामग्री ले जा रहा एम17 हेलीकॉप्टर 3 अप्रैल, 2018 को केदारनाथ में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हेलिकॉप्टर में छह लोग सवार थे, जो सभी दुर्घटना में बच गए। दुर्घटना के समय हेलिकॉप्टर गुप्तकाशी से केदारनाथ जा रहा था। लैंडिंग के दौरान हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया जब यह केदारनाथ मंदिर की परिधि की दीवार से टकराया।


जम्मू और कश्मीर, 2019

दिनांक: 27 फरवरी, 2019

स्थान: बडगाम, जम्मू और कश्मीर

हताहत: 6 की मौत


एमआई-17 हेलीकॉप्टर 27 फरवरी को श्रीनगर हवाईअड्डे से उड़ान भरने के बाद बडगाम में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। हादसे के दौरान उसमें सवार सभी छह कर्मियों की मौत हो गई। दुर्घटना उसी समय हुई जब पाकिस्तानी लड़ाकू विमानों के एक समूह ने एक दिन पहले पाकिस्तान के बालाकोट में एक आतंकी शिविर को निशाना बनाकर भारतीय वायु सेना के हवाई हमले के जवाब में भारतीय हवाई क्षेत्र में घुसपैठ करने का प्रयास किया था।


प्रमुख खबरें

मालीवाल हमला मामले में भाजपा ने AAP को Anti-Woman Party करार दिया

Google Pay: बिना डेबिट कार्ड के करें यूपीआई पिन को अपडेट, अब जानें कैसे!

Orissa में लोगों ने बदलाव की उठाई माँग, प्रदेश में BJP की सरकार बनाने का किया दावा

Puri LokSabha Seat पर BJP ने Sambit Patra को फिर बनाया उम्मीदवार, अबकी बार जीत का जताया भरोसा