By निधि अविनाश | Oct 29, 2020
दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति योगेश त्यागी को बुधवार को राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद के आदेश पर निलंबित कर दिया गया है। प्रो कुलपति पीसी जोशी अब दिल्ली विश्वविद्यालय अधिनियम, 1922 के नियमों और विनियमों के अनुसार त्यागी की जगह लेंगे। बता दें कि डीयू के 100 साल के इतिहास में यह पहली बार हुआ है कि किसी कुलपति को निलंबित किया गया है। शिक्षा मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि राष्ट्रपति ने त्यागी पर लगे आरोपों के खिलाफ जांच का आदेश दिया है और उन्हें निलंबन के तहत रखा है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि जांच निष्पक्ष तरीके सी की जा रही है। इसके साथ ही यह भी सुनिश्चित भी किया गया है कि वह रिकॉर्ड और गवाहों के साथ छेड़छाड़ नहीं कर सके।त्यागी, जिनका कार्यकाल मार्च 2021 को समाप्त होने वाला था, उनके खिलाफ कर्तव्य के प्रति प्रतिबद्धता और समर्पण की कमी का आरोप भी लगाया गया है।
साथ ही, मंत्रालय द्वारा जारी किए गए आदेश के अनुसार, उनकी अनुपस्थिति की अवधि के दौरान त्यागी की स्वीकृति के साथ या जारी किए गए सभी आदेश अमान्य रहेंगे। त्यागी 2 जुलाई से छुट्टी पर हैं, जब उन्हें एमरजेंसी मेडिसिन हालत में एम्स में भर्ती कराया गया था। सरकार ने 17 जुलाई को जोशी को वीसी का पदभार दिया था, जब तक कि त्यागी ने फिर से कार्यालय शुरू नहीं कर दिया था।डीयू टीचर्स एसोसिएशन के मुताबिक, उन्होंने जून 2019 में इस मामले पर एक पत्र भी जारी किया था। उनके मुताबिक इस पर एक्शन जल्द लेना चाहिए था।