वार्ता से पहले नरेंद्र सिंह तोमर ने किसान संगठनों से की अपील, बोले- ट्रैक्टर रैली नहीं निकालें

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jan 19, 2021

ग्वालियर। केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने सोमवार को उम्मीद जताई कि प्रदर्शनकारी किसान संगठन दसवें दौर की वार्ता में नए कृषि कानूनों को वापस लेने के बजाय अन्य विकल्पों पर चर्चा करेंगे और उनसे अपील की कि दिल्ली में गणतंत्र दिवस के अवसर पर ट्रैक्टर रैली नहीं निकालें। 41 कृषि संगठनों के साथ दसवें दौर की वार्ता होने वाली है। अभी तक की वार्ता में कोई ठोस नतीजा नहीं निकला है क्योंकि आंदोलनकारी किसान संगठन जहां कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग पर अड़े हुए हैं वहीं सरकार ने इस तरह का कदम उठाने से इंकार कर दिया है।

इसे भी पढ़ें: किसान आंदोलन पर बोले कैलाश चौधरी, यूनियन से कम्युनिस्ट निकल जाएं तो समाधान हो जाएगा 

तोमर ने यहां संवाददाताओं से कहा कि उन्हें उम्मीद है कि अगली बैठक में किसान संगठन विकल्पों (कानूनों को वापस लेने के अलावा) पर चर्चा करेंगे ताकि किसी समाधान तक पहुंचा जा सके। गौरतलब है कि किसानों और सरकार के बीच मंगलवार को प्रस्तावित दसवें दौर की वार्ता अब एक दिन बाद बुधवार को होगी। उन्होंने कहा कि वर्तमान गतिरोध इसलिए जारी है कि किसान संगठन कानूनों के प्रावधान पर चर्चा नहीं कर रहे हैं। मंत्री ने कहा कि नए कृषि कानून किसान समुदाय के हित में हैं और कुछ ही राज्यों में इसका विरोध हो रहा है।

उन्होंने कहा, ‘‘अभी तक हमारे बीच नौ दौर की वार्ता हो चुकी है। मैंने हमेशा कहा है कि किसान संगठनों को कानून के प्रावधानों पर चर्चा करनी चाहिए। सरकार इस पर चर्चा कर रही है और अगर वे कानून के प्रावधानों में कोई समस्या बताते हैं तो सरकार खुले दिल से चर्चा करना चाहती है।’’ मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार पूरी तरह किसानों के प्रति समर्पित है। मोदी सरकार ने किसानों की दुर्दशा में सुधार लाने और कृषि को लाभकारी बनाने के लिए पिछले छह वर्षों में कई कृषि योजनाओं की शुरुआत की है। 

इसे भी पढ़ें: किसान-सरकार में आज फिर बातचीत का दौर, SC के कमेटी बनाने के बाद पहली चर्चा 

गणतंत्र दिवस पर आंदोलनकारी किसानों द्वारा दिल्ली में ट्रैक्टर रैली आयोजित करने की योजना पर तोमर ने कहा, ‘‘मैं किसानों से अपील करना चाहता हूं कि 26 जनवरी हमारा गणतंत्र दिवस है और काफी बलिदानियों के बाद देश ने स्वतंत्रता हासिल की है और गणतंत्र दिवस की गरिमा प्रभावित नहीं हो, यह किसानों की भी जिम्मेदारी है। मुझे उम्मीद है कि वे अपने निर्णय पर पुनर्विचार करेंगे।’’ प्रदर्शनकारी किसान नेताओं ने सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी में कहा कि किसानों को शांतिपूर्ण तरीके से ट्रैक्टर रैली निकालने का अधिकार है और कहा कि 26 जनवरी को प्रस्तावित कार्यक्रम में हजारों लोग हिस्सा लेंगे।

प्रमुख खबरें

कांग्रेस, लेफ्ट और टीएमसी सारे उद्योगों को किया बर्बाद, इंडस्ट्री के मामले में बंगाल के स्वर्णिम काल की पीएम मोदी ने दिलाई याद

Modis Special Ops! अमेरिका, कनाडा, पाकिस्तान के बाद ऑस्ट्रेलिया में भी भारत ने चला दिया खुफिया ऑपरेशन? Five Eyes हैरान

Shriram Properties ने बेंगलुरु में चार एकड़ जमीन खरीदी, राजस्व लक्ष्य 250 करोड़ रुपये

Fruit Juice को करें स्किप, Summer Diet में शामिल करें साबुत फल, Expert ने बताए इसके फायदे