By रेनू तिवारी | Jul 03, 2025
अधिकारियों ने गुरुवार को पुष्टि की कि माली में एक सीमेंट फैक्ट्री में काम करने वाले तीन भारतीय नागरिकों को प्रतिबंधित आतंकी संगठन अल-कायदा से जुड़े आतंकवादियों ने अगवा कर लिया। यह घटना तब हुई जब भारी हथियारों से लैस हमलावरों ने पश्चिमी माली के कायेस क्षेत्र में डायमंड सीमेंट फैक्ट्री पर समन्वित हमला किया।
स्थानीय रिपोर्टों से पता चलता है कि बंदूकधारियों ने फैक्ट्री पर धावा बोला और हमले के दौरान श्रमिकों को बंधक बना लिया। इस अपहरण के पीछे भी अल-कायदा से जुड़े जमात नुसरत अल-इस्लाम वाल-मुस्लिमीन (जेएनआईएम) का हाथ होने का संदेह है, जिसने माली में कई हमले किए हैं। इस हमले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, भारत के विदेश मंत्रालय (एमईए) ने इसे "हिंसा का निंदनीय कृत्य" बताते हुए इसकी कड़ी निंदा की और माली सरकार से श्रमिकों की "सुरक्षित और शीघ्र" रिहाई सुनिश्चित करने का आग्रह किया।
भारत ने बुधवार को पश्चिमी अफ्रीकी देश माली के विभिन्न हिस्सों में सिलसिलेवार आतंकवादी हमलों के बीच तीन भारतीय नागरिकों का अपहरण होने पर गहरी चिंता व्यक्त की। भारतीयों के अपहरण के एक दिन बाद, भारत ने बुधवार को माली सरकार से उनकी सुरक्षित और शीघ्र रिहाई सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने को कहा। विदेश मंत्रालय (एमईए) ने कायेस स्थित डायमंड सीमेंट फैक्टरी में कार्यरत भारतीयों के अपहरण के संबंध में गहरी चिंता व्यक्त की।
विदेश मंत्रालय ने कहा, यह घटना एक जुलाई को हुई, जब सशस्त्र हमलावरों के एक समूह ने फैक्टरी परिसर में समन्वित हमला किया और तीन भारतीय नागरिकों को जबरन बंधक बना लिया। अपहरण की जिम्मेदारी किसी संगठन या व्यक्ति ने नहीं ली है। अल-कायदा से संबद्ध जमात नुसरत अल-इस्लाम वल-मुस्लिमीन (जेएनआईएम) ने मंगलवार को माली में हुए समन्वित हमलों की जिम्मेदारी ली है।