By अनन्या मिश्रा | May 01, 2025
बॉलीवुड में अपने दमदार अभिनय से पहचान बनाने वाले अभिनेता बलराज साहनी का 01 मई को जन्म हुआ था। उन्होंने अपनी अदाकारी के जरिए आम आदमी की कहानी को पर्दे पर दिखाने का काम किया था। वह सिर्फ एक अभिनेता ही नहीं बल्कि क्रांतिकारी भी थे। वह इकलौते ऐसे अभिनेता थे, जिन्होंने महात्मा गांधी से मुलाकात की थी। तो आइए जानते हैं उनकी बर्थ एनिवर्सरी के मौके पर अभिनेता बलराज साहनी के जीवन से जुड़ी कुछ रोचक बातों के बारे में...
जन्म और परिवार
पंजाब के रावलपिंडी में 01 मई 1913 में बलराज साहनी का जन्म हुआ था। इनका असली नाम युद्धिष्ठिर था। बलराज ने अपनी शिक्षा गवर्नमेंट कॉलेज (लाहौर) और गार्डन कॉलेज से पूरी की थी। इंग्लिश लिटरेचर में अपनी मास्टर्स की डिग्री पूरी करने के बाद बलराज रावलपिंडी वापस आ गए और अपने परिवार का बिजनेस संभालने लगे। उन्होंने अभिनय की दुनिया में कदम रखने से पहले महात्मा गांधी के सेवाग्राम आश्रम में भी काम किया था।
फिल्मी करियर
फिल्मों में अपने किरदारों की वजह से बलराज साहनी दर्शकों के दिलों पर राज करते थे। उन्होंने अपने करियर की शुरूआत फिल्म 'हलचल' से की थी। इस फिल्म में बलराज साहनी ने जेलर का किरदार निभाया था। इसी दौरान एक खबर आई कि कम्युनिस्ट पार्टी का जुलूस निकलने वाला है। जिसमें बलराज साहनी ने भी हिस्सा लिया, लेकिन तभी वहां पर हिंसा शुरू हो गई और पुलिस ने उनको गिरफ्तार कर लिया। बलराज साहनी 3 महीने जेल में रहे और वह सिर्फ फिल्म की शूटिंग के लिए जेल से बाहर आते थे।
कई फिल्मों में किया काम
बलराज साहनी ने हिंदी सिनेमा की जानी-मानी अभिनेत्रियों के साथ काम किया है, जिसमें, नूतन, वैयजंती माला, मीना कुमारी, पद्मिनी और नरगिस जैसी अभिनेत्री शामिल हैं। बलराज साहनी की फिल्मों की बात करें, तो उन्होंने सुट्टा बाजारा, घर संसार, बिंदिया, सीमा, सोने की चिड़िया, भाभी की चूड़ियां, लाजवंती जैसी फिल्मों में काम किया है। इसके अलावा उन्होंने पंजाबी फिल्म 'नानक दुखिया सब संसार' फिल्म में भी काम किया।
लेखन के शौकीन
बलराज साहनी न सिर्फ बेहतरीन अभिनेता बल्कि एक अच्छे लेखक भी थे। वह साल 1960 में पाकिस्तान गए थे और उन्होंने 'मेरा पाकिस्तानी सफरनामा' नामक किताब लिखी थी। वहीं साल 1969 में सोवियत यूनियन के टूर के बाद बलराज साहनी ने 'मेरा रूसी सफरनामा' किताब लिखी थी। इस किताब के लिए उनको 'सोवियत लेंड नेहरू अवॉर्ड' से नवाजा गया था। इसके अलावा उन्होंने कई कहानियां, कविताएं लिखी हैं।
मृत्यु
वहीं 13 अप्रैल 1973 को अभिनेता बलराज साहनी का कार्डियक अरेस्ट के चलते निधन हो गया था।