By अंकित सिंह | Dec 02, 2022
ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट के प्रमुख बदरुद्दीन अजमल ने विवादित बयान देते हुए कहा कि हिंदुओं को अपने लड़कियों की शादी 18 साल की उम्र में करने के फार्मूले का पालन करना चाहिए। मुस्लिम लड़कियों की शादी 18 साल की उम्र में हो जाती है जबकि हिंदुओं 40 साल की उम्र तक अवैध पार्टनर रखते हैं। वह बच्चे नहीं पैदा कर पाते इसलिए हिंदुओं को भी हमारी फार्मूला को अपनाना चाहिए। अब इसी को लेकर भाजपा की ओर से पलटवार किया गया है। भाजपा के विधायक दिगंत कलिता ने बदरुद्दीन अजमल से साफ तौर पर कहा है कि अगर आपको इस तरह का बयान देना है तो बांग्लादेश में जा कर दीजिए।
अपने बयान में भाजपा नेता ने कहा कि आप मुस्लिम हैं और हम लोग हिंदु हैं। क्या हमें आपसे सीखना पड़ेगा? ये भगवान राम और देवी सीता का देश है। उन्होंने कहा कि यहां बांग्लादेशी लोगों का कोई स्थान नहीं है। अगर आपको ऐसा बयान देना है तो बांग्लादेश में जाकर दें। अपने बयान में अजमल ने कहा था कि वो(हिंदु) 40 साल से पहले 2-3 गैरकानूनी तरीके से बीवियां रखते हैं। 40 साल के बाद बच्चा पैदा करने की क्षमता कहां रहती है...उनको मुसलमानों के फॉर्मूले को अपनाकर अपने बच्चों की 18-20 साल की उम्र में शादी करा देनी चाहिए। इम्होंने साफ तौर पर कहा कि उन्हें (हिंदुओं को) मुस्लिम फॉर्मूले को स्वीकार करना चाहिए और अपने बच्चों की शादी 20-22 साल की उम्र में कर देनी चाहिए। 18-20 साल की उम्र में लड़कियों की शादी करा दो और फिर देखो कितने बच्चे पैदा होते हैं।