श्रीलंका में कड़ी सुरक्षा के बीच मनाया गया बुद्ध जयंती, राष्ट्रपति ने रिहा किए 762 कैदी

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | May 18, 2019

 कोलंबो। श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना ने शनिवार को वेसाख (बुद्ध जयंती) के अवसर पर 762 सजायाफ्ता कैदियों को क्षमादान प्रदान किया। बौद्ध बहुल इस देश में कड़ी सुरक्षा के बीच वेसाख मनाया जा रहा है। बीते 21 अप्रैल को ईस्टर रविवार के दिन श्रीलंका में हुए सिलसिलेवार बम हमलों में 250 से ज्यादा लोगों के मारे जाने और करीब 500 लोगों के घायल होने की घटना के मद्देनजर सुरक्षा कड़ी की गई है।

इसे भी पढ़ें: श्रीलंका में फिर लगाया गया कर्फ्यू, 100 से अधिक लोग गिरफ्तार

देश के मौजूदा सुरक्षा हालात का हवाला देते हुए श्रीलंका सरकार ने वेसाख महोत्सव के पांच दिन के राष्ट्रीय कार्यक्रम को सिर्फ दो दिनों तक सीमित कर दिया है।वेसाख मई महीने में पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। दुनिया के विभिन्न देशों में रहने वाले बौद्ध धर्मावलम्बी वेसाख को सबसे पवित्र दिन मानते हैं। भगवान बुद्ध का जन्म वेसाख के दिन ही हुआ था।

इसे भी पढ़ें: ईस्टर हमले के बाद एक आत्मघाती हमलावर की पत्नी ने अपने बच्चे को दिया जन्म

वेसाख के अवसर पर राष्ट्रपति सिरिसेना ने 26 महिलाओं सहित 762 कैदियों को जेल से रिहा कराया। हालांकि, राष्ट्रपति ने बौद्ध भिक्षु गलागोडाट्टे ज्ञानसारा का कोई जिक्र नहीं किया, जिसकी रिहाई की मांग बौद्ध नेता कर रहे हैं। अदालत की अवमानना के मामले में जेल में बंद ज्ञानसारा 2013 से मुस्लिम अल्पसंख्यक विरोधी अभियान के अगुवा रहे हैं। ऐसी अटकलें थीं कि सिरिसेना उन्हें वेसाख के मौके पर रिहा कर सकते हैं। जिन्हें रिहा किया गया है वे मामूली अपराधों में दोषी करार दिए गए थे।

प्रमुख खबरें

Jammu and Kashmir: पुंछ में एयरफोर्स के काफिले पर आतंकी हमला, कई जवानों के घायल होने की आशंका

RCB vs GT IPL 2024: रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु और गुजरात टाइटंस के बीच भिड़ंत, यहां देखें प्लेइंग इलेवन

Prajwal Revanna Sex Scandal: अपहरण मामले में फंसे प्रज्वल के पिता, एचडी रेवन्ना को SIT ने किया गिरफ्तार

20 साल बाद संजय निरुपम की हुई घर वापसी, महायुति को कितना होगा फायदा?