By अभिनय आकाश | Jan 25, 2023
दुनिया के सबसे बड़े रेल वाहन निर्माता ने सुपरकैपेसिटर बफर के साथ हाइड्रोजन ईंधन पर चलने वाली ट्रेन शुरू की है। रिपोर्ट के अनुसार इस हाइड्रोजन ट्रेन की स्पीड 100 मील प्रति घंटे (160 किमी/घंटा) है, जो इसे अब तक की सबसे तेज़ हाइड्रोजन ट्रेन बनाती है। ट्रेन को चीन की सरकारी कंपनी मोनोलिथ सीआरआरसी और चेंगदू रेल ट्रांजिट ने मिलकर इसे विकसित, यह चीन की पहली हाइड्रोजन-संचालित यात्री ट्रेन है, जो 373 मील (600 किमी) की रेंज पेश करती है। मजेदार बात यह है कि इसके चलने पर प्रदूषण की जगह पानी बाहर आता है। यह 5G संचार, स्वचालित वेक-अप, स्टार्ट और स्टॉप, और डिपो कार्यक्षमता पर लौटने के साथ ही सेल्फ ड्राइविंग सिस्टम से लैस है।
जर्मनी भी पीछे नहीं
जर्मनी इस तरह की चीज़ों में आगे है जहां 14 हाइड्रोजन-ईंधन वाली एल्सटॉम ट्रेनें पहले से ही सेवा में हैं। सीआरआरसी मशीन जर्मन ट्रेनों को लगभग 20 किमी/घंटा (12 मील प्रति घंटे) की गति से हरा सकती है, लेकिन जर्मन ट्रेनें वर्तमान में ~ 620 मील (1,000 किमी) पर बहुत अधिक रेंज प्रदान करती हैं। यह ध्यान रखना दिलचस्प है कि जबकि जापान और कोरिया परिवहन समाधान के रूप में हरित हाइड्रोजन पर जोर देने वाले सबसे मुखर देश रहे हैं, नवीनतम आंकड़े बताते हैं कि चीन वास्तविक हाइड्रोजन ईंधन भरने वाले स्टेशन की तैनाती कर रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दुनिया में केवल 1,000 से अधिक हाइड्रोजन स्टेशन हैं और उनमें से लगभग एक-तिहाई चीन में हैं।
भारत में कब होगी शुरुआत
चीन में एशिया की पहली हाइड्रोजन ट्रेन शुरू होने के बाद भारत में ही ऐसी ट्रेन जल्द ही पटरी पर उतर सकती है। हाल ही में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दोहराया कि भारतीय रेलवे दिसंबर 2023 तक स्वदेशी हाइड्रोजन ट्रेनों को चालू करेगा। इससे पहले भी कई बार मंत्री ने समयरेखा की पुष्टि की थी।