संसद की कार्यवाही बाधित करने वाली रणनीति से कांग्रेस सांसद हुए परेशान, पार्टी आलाकमान से कह रहे- सदन तो चलने दो

By अभिनय आकाश | Nov 30, 2021

कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व द्वारा लगातार किसी न किसी बहाने संसद की कार्यवाही में व्यावधान उत्तपन्न करने की रणनीति से अब पार्टी के सांसद भी उबते नजर आ रहे हैं। कांग्रेस सांसदों ने पार्टी नेतृत्व से कहा कि पार्टी को लोकसभा की कार्यवाही में बाधा डालने के बजाय शामिल होना चाहिए, जिससे उन्हें अगले साल होने वाले महत्वपूर्ण विधानसभा चुनावों से पहले महत्वपूर्ण मुद्दों को उठाने का मौका मिलेगा। कांग्रेस द्वारा बुलाई गई सांसदों की बैठक में अध्यक्ष सोनिया गांधी से कई सदस्यों ने संसद कार्यवाही को चलने देने और व्यवधान को त्यागने के पक्ष में बात की है। अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार कांग्रेस सांसदों की तरफ से कहा गया है कि सदन में मुद्दों को उठाना महत्वपूर्ण है, इसके साथ ही पिछले सत्र के विरोध प्रदर्शनों में ही गुजर जाने की बात को भी रेखांकित किया।

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टीओआई ने सूत्रों के हवाले से कहा कि शीर्ष नेतृत्व ने रुख से सहमति जताई और यह तय किया गया कि किसानों के महत्वपूर्ण विषय और न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के मुद्दे के लिए केवल पहले दिन का उपयोग किया जाएगासंसद सत्र का पहला दिन हंगामेदार रहा है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने विरोध के दौरान मारे गए किसानों के मुआवजे, लखीमपुर खीरी हत्याकांड व मंत्री अजय मिश्रा टेनी की बर्खास्तगी के साथ ही एमएसपी के मुद्दे को लेकर सरकार पर सवाल उठाए। जहां कांग्रेस के सदस्यों ने सदन के सामान्य कामकाज के लिए भावना व्यक्त की, वहीं पार्टी विपक्ष की आवाज में बिखराव से परेशान नजर आ रही है, खासकर टीएमसी को लेकर जो एक अलग ही राह तलाश रही है। बिना बहस के कृषि कानूनों को निरस्त करने पर हमला करते हुए, राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस "पीएम के पीछे की शक्ति ... क्रोनी कैपिटलिस्ट्स" पर चर्चा चाहती थी, उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें ही इन कानूनों से लाभ होता।


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