प्राइवेट लैब में आसान नहीं कोरोना की टेस्टिंग, लोगों को लगाने पर रहे चक्कर

By अंकित सिंह | Jun 24, 2020

देश में कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है। कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 4.50 लाख से ज्यादा हो गई है जबकि इससे लगभग 15000 लोगों की मौत हो गई है। दिल्ली, गुजरात, महाराष्ट्र, तमिलनाडु जैसे राज्यों में यह आंकड़ा लगातार बदलता जा रहा है। इन राज्यों में कोरोनावायरस मरीजों की संख्या में जबरदस्त उछाल हुई है। इन सब के बीच दिल्ली में कोरोना टेस्ट के लिए प्राइवेट लैब को भी मंजूरी दे दी गई है। पहले से इसकी फीस भी 4500 से कम करके 2400 कर दी गई है। लेकिन अभी भी ज्यादातर लैब में कोरोना की जांच के लिए मरीज को या तो लंबा इंतजार करना पड़ता है या  फिर टोकन लेकर भीड़ का हिस्सा बनना पड़ता है। दिल्ली में प्राइवेट लैब में कोरोना टेस्ट के लिए तो व्यवस्थाएं कर रखी है। एक व्यवस्था के तहत आप कोरोना लैब के पास जाकर अपना टेस्ट करवा सकते है। दूसरे के तहत कुछ प्राइवेट लैब घर जाकर भी लोगों का कोरोनावायरस टेस्ट कर रहे है।

 

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इन सब के बावजूद भी लोगों का कोरोनावायरस टेस्ट नहीं हो पा रहा है। अस्पतालों और लैब में इतनी भीड़ हो जा रही है कि वह सैंपल लेने से मना कर दे रहे है। होम सैंपल कलेक्शन के लिए भी कई लैब ने अपनी कैपेसिटी को पूरी कर रखी है। कुछ ने तो यह सुविधा ही बंद कर दी है। दिल्लीवासियों के लिए यह लगातार परेशानी का सबब बनता जा रहा है। उन्हें कोरोना संकट के बावजूद भी अपने सैंपल टेस्ट करवाने के लिए वक्त जाया करना पड़ रहा है। हर रोज टेस्टिंग लैब 60 सैंपल ही ले रहे है जिसके लिए टोकन सिस्टम की व्यवस्था की गई है। सुबह 7:30 से 8:00 बजे तक टोकन लेना होगा। 1 दिन में सिर्फ 60 ही टोकन दिए जा रहे हैं जबकि टेस्ट सुबह 9:00 बजे से शाम के 9:00 बजे तक हो रहे हैं। ऑनलाइन अपॉइंटमेंट की व्यवस्था अभी नहीं की गई है। यानी कि मरीज को पहले लैब जाकर टोकन लेना होगा फिर जांच के लिए इंतजार करना होगा।

 

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कोरोना टेस्ट करवाने के लिए आपको पहले डॉक्टर का प्रिसक्रिप्शन और फिर मरीज की सरकारी आईडी ले जानी होगी। इसके अलावा मरीज को आईसीएमआर का परफॉर्मा 44 भी देना होगा। अगर डॉक्टर की तरफ से यह फॉर्म मरीज को नहीं दी गई है तो उसे जाकर लाना पड़ेगा। परफॉर्मा पर डॉक्टर का नाम और सिग्नेचर जरूरी है। दिल्ली में बढ़ते कोरोनावायरस संकट की वजह से कई लैब होम कलेक्शन की सुविधा फिलहाल नहीं दे पा रहे है। कुछ लैब यह दावा कर रहे हैं कि वह अपनी कैपेसिटी के हिसाब से अपना पूरा काम कर रहे है। कुछ लैब अगर होम कलेक्शन की सुविधा दे भी रहे हैं तो वह 2 या 3 दिन का समय ले रहे है। कई लैब अब होम सैंपल कलेक्ट करने की व्यवस्था खत्म कर चुके है।

 

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कुछ लैब मरीजों को कुछ सुविधाएं जरूर दे रहे है। कुछ लैब में टेस्ट के लिए फोन करने पर अपॉइंटमेंट दिए जा रहे है तो कुछ लैब 24 घंटे के अंदर सैंपल कलेक्ट करने की बात कह रहे है। इन लैब में 24 घंटे के भीतर आप कभी भी अपना कोरोनावायरस टेस्ट करवा सकते है। हालांकि आपको भीड़ के हिसाब से इंतजार करना पड़ सकता है। परंतु आप 24 घंटे में जाकर कभी भी अपना सैंपल दे सकते है। रिपोर्ट भी 24 से 48 घंटों के भीतर मिल जाएगी। कुछ लोगों की यह भी शिकायत आ रही है कि फोन करने पर कुछ लैब फोन कॉल नहीं उठा रहे है। भले ही दिल्ली में कोरोनावायरस संकट में कई सहूलियत दिए जाने के लिए लगातार दावे किए जा रहे हो परंतु अभी भी लोगों को यह स्पष्ट नहीं हो पा रहा है कि आखिर यह कोरोना टेस्ट कहां हो रहा है।

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