नयी दिल्ली। टाटा संस के पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्री ने कहा कि वह राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) के फैसले के खिलाफ अपील करेंगे। एनसीएलटी ने आज टाटा संस के चेयरमैन पद से हटाने जाने के खिलाफ दाखिल मिस्त्री की याचिका को खारिज कर दिया है।
मिस्त्री के कार्यालय की ओर से जारी बयान में एनसीएलटी की मुंबई पीठ के फैसले को "हैरान करने वाला नहीं बल्कि निराशाजनक" बताया गया है। बयान में कहा गया है, " हम बहुलांश हिस्सेदारी वालों के क्रूर शासन से टाटा संस के सभी हितधारकों और अल्पांश शेयरधारकों के हितों के संरक्षण को सुनिश्चित करने के लिए प्रयास जारी रखेंगे।
न्यायाधिकरण ने अपने आदेश में कहा कि उसने मिस्त्री की उन दलीलों को स्वीकार नहीं किया , जिसमें कहा गया था कि उनका निष्कासन निदेशक मंडल द्वारा गड़बड़ी करके किया गया है और यह अल्पांश शेयरधारकों का उत्पीड़न है।
मिस्त्री के कार्यालय ने कहा, " यह फैसला न्यायाधिकरण द्वारा व्यक्त की गई पिछली स्थिति के अनुरूप ही है। मामले योग्यता के आधार पर अपील की जाएगी। कंपनी अधिनियम 2013 के तहत एनसीएलटी के आदेश को राष्ट्रीय कंपनी विधि अपीलीय न्यायाधिकरण (एनसीएलएटी) में चुनौती दी जा सकती है।
बयान के मुताबिक, टीटीएसएल, एयर एशिया, उद्यमी सी शिवशंकरन से 'बकाये की वसूली', घाटे में चल रही नैनो को बंद नहीं करना , टाटा स्टील यूरोप का समाधान और सभी गंभीर मुद्दों को अपील में शामिल किया जाएगा। ।