By रेनू तिवारी | Aug 18, 2025
शहर के सभी आवारा कुत्तों को आश्रय स्थलों में स्थानांतरित करने के सुप्रीम कोर्ट के हालिया आदेश के खिलाफ शनिवार शाम को प्रदर्शनकारी इंडिया गेट के निकट सेंट्रल पार्क में एकत्र हुए। आज फिर पशु प्रेमियों ने बड़े स्तर पर अपना विरोध दर्ज करने के लिए दिल्ली के रामलीला मैदान में इकठ्ठा होने की गुहार लगाई है। इससे पहले चेन्नई के कैनाल रोड पर सैकड़ों पशु प्रेमी, आवारा कुत्तों के साथ, आवारा कुत्तों को पकड़ने और उन्हें आश्रय देने के सुप्रीम कोर्ट के हालिया आदेश के खिलाफ प्रदर्शन करने के लिए एकत्रित हुए, जिसमें खासकर दिल्ली में आवारा कुत्तों को पकड़ने और उन्हें आश्रय देने का निर्देश दिया गया था।
"बेआवाज़ों के लिए आवाज़ उठाओ"
इस विरोध प्रदर्शन में बच्चों और युवाओं सहित लगभग 500 लोग शामिल हुए। इस दौरान हाथों में तख्तियाँ थीं जिन पर लिखा था, "बेआवाज़ों के लिए आवाज़ उठाओ", "घर पिंजरा नहीं है", और "दिल्ली के आवारा कुत्तों के खिलाफ अन्याय का अंत करो"। अब इसके बाद दिल्ली में भी विरोध प्रदर्शन की आवाज काफी तेज हो रही है।
आवारा कुत्तों को बचाने सड़कों पर उतरे पशु प्रेमी
पशु अधिकार कार्यकर्ताओं और पशु प्रेमियों ने रविवार को राष्ट्रीय राजधानी में कई स्थानों पर आवारा कुत्तों को नगर निगम के आश्रय स्थलों में स्थानांतरित करने के प्रस्ताव के खिलाफ प्रदर्शन किया। उन्होंने दावा किया कि ये आश्रय स्थल अस्तित्वहीन और अपर्याप्त हैं। कनॉट प्लेस के निकट हनुमान मंदिर, रामलीला मैदान और पीतमपुरा के पैसिफिक मॉल में प्रदर्शन आयोजित किए गए।
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि यदि आश्रय स्थलों में कुत्तों को स्थानांतरित करने का कदम उठाया गया, तो इससे सड़क पर रहने वाले हजारों कुत्तों का जीवन खतरे में पड़ जाएगा। आयोजकों के अनुसार, दिन भर चलने वाले प्रदर्शन की शुरुआत रामलीला मैदान में एक रैली के साथ हुई। उन्होंने रैली को आयोजन स्थल पर पशु कल्याण समुदाय का पहला बड़ा जमावड़ा बताया। विरोध-प्रदर्शन में कथित तौर पर लगभग 300-400 लोगों ने हिस्सा लिया।