By दिव्यांशी भदौरिया | Feb 01, 2025
इस बार बसंत पंचमी का त्योहार 2 फरवरी को मनाया जा रहा है। इस दिन विद्या, संगीत, कला और ज्ञान की देवी सरस्वती का जन्म दिवस को मनाया जाता है। बसंत पंचमी के दिन माता सरस्वती का प्राकट्योत्सव मनाया जाता है। बसंत पंचमी का यह पर्व वसंत ऋतु के आगमन का प्रतीक माना जाता है। माघ माह की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि के दिन बसंत पंचमी का पर्व मनाया जाता है। चलिए आपको बताते हैं कि इस दिन सरस्वती पूजा के दिन गुलाल के उपायों के बारे में, जिन्हें आप जरुर करें।
कार्य में सफलता प्राप्ति के लिए गुलाल के उपाय
बसंत पंचमी के दिन अपनी विद्या और कार्यक्षेत्र में सफलता के लिए गुलाल विशेष रुप से पीला गुलाल से तिलक करें। इसे माथे पर लगाना आपके ज्ञान के स्तर को बढ़ाने और कार्य में सफलता की दिशा मदद कर सकता है। इसके अलावा अपनी किताबों या अध्ययन सामग्री पर हल्का सा गुलाल छिड़कें। यह आपको विद्या में सफलता प्राप्त करने में मदद करेगी। सरस्वती पूजा के दौरान गुलाल को अपने हाथ में लेकर किसी मंत्र का जाप करें, जैसे कि- "ऊं सरस्वती नमः"।
मनचाहा परिणाम प्राप्त होगा
माता सरस्वती की पूजा करने के दौरान मूर्ति या चित्र पर गुलाल चढ़ाएं। पीला गुलाल जरुर चढ़ाएं, क्योंकि माना जाता है कि सरस्वती देवी की कृपा से आपके कार्य और प्रयास सफल होंगे। आपको मनचाहे फल को प्राप्त कर सकेंगे। पूजा के दौरान पीला गुलाल का तिलक माथे पर जरुर लगाएं। अपने कार्य के उद्देश्य का मंत्र का जाप करते हुए मन में एकाग्रता और विश्वास रखें। ऐसा करने से मनोकामना शीघ्र पूरी हो सकती है। सरस्वती पूजा के बाद कुछ गुलाल लेकर उसे शुद्ध जल में डालें। उसके बाद बहते हुए पानी में प्रवाहित करें। ऐसा करने से मनचाहे फलों की प्राप्ति होती है।
सौभाग्य में वृद्धि करने के लिए उपाय
बसंत पंचमी के दिन माता सरस्वती की पूजा करने के दौरान माता को पहले गुलाबी या पीला रंग का गुलाल अर्पित करें। इसके बाद जब पूजा समाप्त हो जाए, तो उस गुलाल को एक पोटली में बांधकर अपने घर की तिजोरी में रखें या फिर आप इसे अपने स्टडी टेबल पर रख सकते हैं। ऐसा करने से सुख-सौभाग्य में वृद्धि होती है।