ऐसे बात मत करना...भारत को लेकर ट्रंप से सीधे भिड़ गए पुतिन

By अभिनय आकाश | Sep 04, 2025

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ के बाद पूरी दुनिया में बवाल मचा है। भारत और चीन का नाम लेकर बार बार डोनाल्ड ट्रंप धमकी देते हैं। इन धमकियों का जवाब भारत और चीन दोनों ही बहुत शिष्टता के साथ देते हैं। लेकिन ट्रंप मानो इन धमकियों पर अड़े हुए हैं। हर दिन भारत और चीन को लेकर वो कोई न कोई बयानबाजी करते हैं। अब ट्रंप की इसी बयानबाजी के बीच रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भड़क चुके हैं। भारत पर लगाए गए 50 प्रतिशत के टैरिफ के बीच अब दो टूक पुतिन ट्रंप से कह रहे हैं कि आप भारत से ऐसे बात नहीं कर सकते। भारत और चीन के बीच टैरिफ वाली बयानबाजी के बीच जब ट्रंप फिर से धमकियां दे रहे हैं। तब रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भारत के समर्थन में खुलकर आ चुके हैं। 

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रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भारत के समर्थन में आकर दो टूक कहा कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं वो ठीक नहीं है। चीन से अपने दौरे को खत्म करते हुए रूसी राष्ट्रपति ने जाते जाते अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को शिष्टाचार की सीख दे दी। बात कैसे करनी है, क्या बोलना है इसका पाठ पढ़ा दिया। रूसी राष्ट्रपति ने कहा कि भारत और चीन दोनों ही उनके मजबूत साझेदार हैं और अमेरिका को उनसे इस तरीके से बात करने का कोई अधिकार नहीं है। दरअसल, चीन में उनके दौरे के खत्म होने के साथ ही मीडिया के सवाल जवाब का सिलसिला खत्म हुआ। इसी दौरान सवालों के बीच जब ट्रंप के टैरिफ को लेकर सवाल पूछा गया तो रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने टैरिफ के साथ साथ ट्रंप की भाषा को लेकर भी सवाल उठाए। 

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पुतिन ने कहा कि आपके पास डेढ़ अरब की आबादी वाले भारत, चीन जैसे शक्तिशाली अर्थव्यवस्था वाले देश हैं, लेकिन उनके अपने घरेलू राजनीतिक तंत्र और कानून भी हैं। जब कोई आपको बताता है कि वे आपको सज़ा देने वाले हैं, तो आपको सोचना होगा -- उन बड़े देशों का नेतृत्व कैसे प्रतिक्रिया देगा? उन्होंने कहा कि इतिहास दोनों देशों की राजनीतिक प्रवृत्ति पर भारी पड़ता है। "उनके इतिहास में भी कठिन दौर आए हैं, जैसे उपनिवेशवाद, जिसने लंबे समय तक उनकी संप्रभुता पर कर लगाया। अगर उनमें से कोई कमज़ोरी दिखाता है, तो उसका राजनीतिक करियर खत्म हो जाएगा। इसलिए यह उसके व्यवहार को प्रभावित करता है।

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पुतिन ने इस बात पर भी ज़ोर दिया कि वाशिंगटन की बयानबाजी पुरानी सोच को प्रतिध्वनित करती है। उन्होंने कहा, औपनिवेशिक युग अब समाप्त हो चुका है। उन्हें यह समझना होगा कि वे अपने सहयोगियों से बात करते समय इन शब्दों का इस्तेमाल नहीं कर सकते। रूसी नेता ने सुझाव दिया कि तनाव अंततः कम हो जाएगा। उन्होंने कहा आखिरकार, चीज़ें सुलझ जाएँगी, सब कुछ अपनी जगह पर आ जाएगा, और हम फिर से सामान्य राजनीतिक संवाद देखेंगे। पुतिन की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब भारत रूसी तेल ख़रीदने के लिए अमेरिकी प्रतिबंधों का सामना कर रहा है, जबकि चीन अभी भी वाशिंगटन के साथ व्यापार युद्ध में उलझा हुआ है।

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