By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Aug 27, 2025
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने करीब 500 करोड़ रुपये के विदेशी मुद्रा विनिमय उल्लंघन मामले में अपनी जांच के तहत दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में रियल एस्टेट कंपनी बीपीटीपी से संबंधित परिसरों पर मंगलवार को छापे मारे। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी।
सूत्रों ने बताया कि ‘बिजनेस पार्क्स टाउन प्लानर्स प्राइवेट लिमिटेड’ (बीपीटीपी) के दिल्ली, नोएडा और फरीदाबाद में परिसरों पर विदेशी मुद्रा विनिमय प्रबंधन अधिनियम (फेमा) के प्रावधानों के तहत छापे मारे गए।
प्रवर्तन निदेशालय के सूत्रों के अनुसार, जांच में पाया गया कि बीपीटीपी ने 2007-2008 के दौरान मॉरीशस स्थित विदेशी कंपनियों से ‘‘स्वचालित मार्ग’’ के तहत ‘पुट ऑप्शन/स्वैप ऑप्शन’ के माध्यम से 500 करोड़ रुपये से अधिक का विदेशी निवेश प्राप्त किया जो मौजूदा फेमा नियमों और विनियमों का ‘‘उल्लंघन’’ था।
बीपीटीपी के प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी अधिकारियों को पूरा सहयोग दे रही है तथा उसे विश्वास है कि समय आने पर उसकी स्थिति स्पष्ट कर दी जाएगी। सूत्रों ने आरोप लगाया कि कंपनी के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक काबुल चावला ने गुमनाम रूप से विदेशी संपत्तियां रखीं।
दिल्ली-एनसीआर के विभिन्न पुलिस थानों में कंपनी और उसके निदेशकों के खिलाफ दर्ज कई प्राथमिकी ईडी की जांच के दायरे में हैं। बीपीटीपी के प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी ने लागू कानूनों एवं विनियमों का हमेशा अनुपालन किया है और वह एक जिम्मेदार कॉरपोरेट के रूप में पारदर्शिता, नैतिक व्यावसायिक परंपराओं और सभी हितधारकों के हितों के लिए प्रतिबद्ध है।
बाद में, बीपीटीपी के अध्यक्ष रोहित मोहन ने कहा कि यह मामला सिटी ग्रुप की इकाई सीपीआई इंडिया लिमिटेड और जेपी मॉर्गन चेस एंड कंपनी की इकाई हार्बर विक्टोरिया इन्वेस्टमेंट होल्डिंग्स लिमिटेड द्वारा 2007-08 में किए गए ऐतिहासिक निवेश से संबंधित है। उन्होंने एक बयान में कहा, अधिकारियों द्वारा मांगी गई सभी जानकारी पहले ही उपलब्ध करा दी गई है, और हम आवश्यकतानुसार पूरा सहयोग प्रदान करते रहेंगे।