By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Nov 22, 2019
नयी दिल्ली। केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने शुक्रवार को कहा कि अगले महीने राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के पर्यावरण मंत्रियों की बैठक बुलाई जा रही है जिसमें प्लास्टिक की समस्या से निपटने और ठोस अपशिष्ट प्रबंधन को लेकर रणनीति पर चर्चा की जायेगी। जावड़ेकर ने लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी, भाजपा की मेनका गांधी और कुछ अन्य सदस्यों के पूरक प्रश्नों के उत्तर में यह जानकारी दी।
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उन्होंने कहा कि अगले महीने सभी प्रदेशों के पर्यावरण मंत्रियों की बैठक बुलाई जा रही है जिसमें प्लास्टिक की समस्या से निपटने और ठोस अपशिष्ट प्रबंधन को लेकर रणनीति पर चर्चा की जायेगी। मंत्री ने कहा कि देश में रोजाना करीब 25-30 हजार टन प्लास्टिक का कचरा निकलता है, लेकिन इसमें से दो-तिहाई को इकट्ठा किया जाता है। यानी एक तिहाई कचरा इकट्ठा नहीं हो पाता और यही मुख्य समस्या है।
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लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कहा कि यह सदन 130 करोड़ भारतीय नागरिकों का प्रतिनिधित्व करता है। सिंगल यूज प्लास्टिक की समस्या के खिलाफ यह सदन एक संकल्प ले ताकि यहां से बड़ा संदेश जाए। इस पर जावड़ेकर ने कहा कि यह अच्छा प्रस्ताव है। कई सदस्यों ने भी स्पीकर की बात का समर्थन किया। जावड़ेकर ने कहा कि वर्षों पहले सब्जी लेने के लिए लोग घर से थैला लेकर जाते थे, लेकिन पॉलीथीन के कारण यह चलन बंद हो गया। फिर से हमें पुराने चलन की ओर लौटना होगा। कपड़े के थैले को बढ़ावा देने की जरूरत है।