By Ankit Jaiswal | Nov 25, 2025
12,000 सालों से शांत पड़े इथियोपिया का हायली गुब्बी ज्वालामुखी अचानक फट पड़ा और अब बाद हुई इसने कई देशों में चिंता बढ़ा दी है। मौजूद जानकारी के अनुसार, ज्वालामुखी से उठी राख की मोटी परत कई हज़ार किलोमीटर दूर तक फैल गई है और इसका असर भारत, पाकिस्तान, यमन और ओमान तक देखा जा रहा है। इस राख के कारण कई अंतरराष्ट्रीय उड़ानें रद्द या डायवर्ट करनी पड़ी हैं।
गौरतलब है कि हायली गुब्बी ज्वालामुखी रिफ्ट वैली क्षेत्र में स्थित है, जहां दो टेक्टोनिक प्लेटों के मिलने से भूगर्भीय हलचल हमेशा बनी रहती है। बता दें कि ज्वालामुखी का विस्फोट रविवार को भारतीय समय के अनुसार दोपहर लगभग 1:30 बजे शुरू हुआ, जिसके बाद धुएं और राख का गुबार करीब 14 किलोमीटर ऊंचाई तक पहुंच गया है।
टूलूज़ VAAC के अनुसार, विस्फोट भले ही रुक गया हो, लेकिन राख का बड़ा गुबार अब भी उत्तर भारत की ओर बढ़ रहा है, जिस वजह से मौसम और विमानन एजेंसियां लगातार इसकी दिशा पर नजर रखे हुए हैं। जानकारी यह भी है कि यह ज्वालामुखी एर्टा एले पर्वत श्रृंखला में स्थित है और इसका पिछला विस्फोट करीब 10,000 से 12,000 वर्ष पहले हुआ था।
राख के गुबार के कारण इंडिगो, अकासा एयर और KLM जैसी एयरलाइंस को अपनी कई उड़ानें रद्द करनी पड़ी हैं। इसी बीच भारत के विमानन नियामक DGCA ने एयरलाइंस को सलाह दी है कि वे प्रभावित क्षेत्रों से बचें और उड़ानों की योजना, रूट और फ्यूल मैनेजमेंट में आवश्यक बदलाव करें।
एयर इंडिया ने बताया है कि अभी तक उनकी कोई उड़ान प्रभावित नहीं हुई है, हालांकि वे लगातार स्थिति की निगरानी कर रहे हैं। स्पाइसजेट ने भी कहा है कि ज्वालामुखीय राख कुछ अंतरराष्ट्रीय रूट्स को प्रभावित कर सकती है और दुबई जाने वाले यात्रियों को अपनी फ्लाइट की स्थिति चेक करने की सलाह दी है। अकासा एयर और इंडिगो दोनों ने सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता बताते हुए कहा है कि वे स्थिति पर लगातार नजर रख रहे हैं और दिशा-निर्देशों के अनुसार आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।
मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे ने भी यात्रियों के लिए एडवाइजरी जारी की है। एयरपोर्ट ने कहा है कि इथियोपिया में हुए विस्फोट का असर कुछ अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर पड़ सकता है और यात्रियों को हवाई अड्डे के लिए निकलने से पहले अपनी एयरलाइन से संपर्क कर लेना चाहिए।