अप्रैल से सितंबर के दौरान एफडीआई 15 प्रतिशत बढ़कर 30 अरब डॉलर

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Nov 28, 2020

नयी दिल्ली। भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही के दौरान 15 प्रतिशत बढ़कर 30 अरब डॉलर हो गया। आधिकारिक आंकड़ों में यह पता चला। उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी) के आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल-सितंबर 2019-20 के दौरान एफडीआई 26 अरब डॉलर रहा था।

इसे भी पढ़ें: बर्गर किंग का आईपीओ दो दिसंबर को खुलेगा, बोली का दायरा 59-60 रुपये प्रति शेयर

इस साल जुलाई में देश में 17.5 अरब डॉलर का एफडीआई आया था। अप्रैल-सितंबर 2020-21 के दौरान जिन क्षेत्रों ने अधिक एफडीआई आकर्षित किया, उनमें कंप्यूटर सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर (17.55 अरब डॉलर), सेवाएं (2.25 अरब डॉलर), ट्रेडिंग (94.9 करोड़ डॉलर), रसायन (43.7 करोड़ डॉलर) तथा ऑटोमोबाइल (41.7 करोड़ डॉलर) शामिल हैं।

इसे भी पढ़ें: IIT दिल्ली में Placement सीज़न 1 दिसंबर से होगी शुरू, 500 कंपनियां देंगी जॉब ऑफर

इस दौरान सिंगापुर 8.3 अरब डॉलर के निवेश के साथ भारत में एफडीआई का सबसे बड़ा स्रोत बनकर उभरा। इसके बाद अमेरिका (7.12 अरब डॉलर), केमैन आइलैंड्स (2.1 अरब डॉलर), मॉरीशस (दो अरब डॉलर), नीदरलैंड (1.5 अरब डॉलर), ब्रिटेन (1.35 अरब डॉलर), फ्रांस (1.13 अरब डॉलर) और जापान (65.3 करोड़ डॉलर) का स्थान रहा। डीपीआईआईटी ने कहा कि विदेशी कंपनियों की आय के पुनर्निवेश को जोड़कर कुल एफडीआई करीब 40 अरब डॉलर रहा।

प्रमुख खबरें

चीन के साथ बातचीत सुचारू रूप से चल रही है, भारत कभी नहीं झुकेगा : Rajnath Singh

Apple ने iPhone जनरेटिव AI सुविधाओं के लिए OpenAI के साथ बातचीत शुरु की

डेटा सेंटर बनाने वाली कंपनी Adani Connex आठ वैश्विक बैंकों से जुटा रही 1.44 अरब डॉलर

Elon Musk टेस्ला की स्वचालित ड्राइविंग तकनीक को बढ़ावा देने के प्रयासों के बीच बीजिंग पहुंचे