By अनुराग गुप्ता | Mar 23, 2021
नयी दिल्ली। पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त एसवाई कुरैशी इंडिया इंटरनेशनल सेंटर (आईआईसी) के चुनावों में मतदान नहीं कर सके। आपको बता दें कि रविवार को हुए इंडिया इंटरनेशनल सेंटर के चुनाव में पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त के पास सही पहचान पत्र नहीं था जिसकी वजह से उन्हें मतदान करने की अनुमति नहीं दी गई।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक एसवाई कुरैशी के पास इंडिया इंटरनेशनल सेंटर की तरफ से जारी किया गया स्मार्ट आईडी कार्ड नहीं था। जिसकी वजह से उन्हें मतदान नहीं करने दिया गया। आपको बता दें कि इंडिया इंटरनेशनल सेंटर का कार्ड खास सदस्यों के लिए जारी किया जाता है।
कौन सा चुनाव था ?
इंडिया इंटरनेशनल सेंटर के एक ट्रस्टी और एग्जीक्यूटिव कमेटी के दो सदस्यों के लिए रविवार को चुनाव आयोजित कराया गया था। अंग्रेजी समाचार पत्र 'द टाइम्स ऑफ इंडिया' के मुताबिक पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त एसवाई कुरैशी ने वैकल्पिक पहचान पत्र आधार कार्ड दिखाया और मतदान से पहले की औपचारिता को पूरी करने के लिए कहा। लेकिन आईआईसी के चुनाव अधिकारी ने संस्था द्वारा जारी किए गए स्मार्ट आईडी कार्ड पर जोर दिया। हालांकि आईआईसी प्रबंधन ने एसवाई कुरैशी के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया।
अंग्रेजी समाचार पत्र के साथ बातचीत में आईआईसी के सचिव कंवल वली ने बताया कि कोरोना वायरस महामारी के डर और कई सदस्यों के देश से बाहर होने के मद्देनजर मतदान के लिए दो विकल्प दिए गए थे। सदस्य अपना मतदान इलेक्ट्रॉनिक या फिर फिजिकल माध्यम से मतदान कर सकता था।
उन्होंने बताया कि 10-14 मार्च के बीच में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग की प्रक्रिया पूरी हो चुकी थी। ऐसे में जिन सदस्यों ने इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से मतदान नहीं किया था उन्हें 21 मार्ट को फिजिकल माध्यम से अपने मताधिकार का इस्तेमाल करना था। सचिव कंवल वली ने बताया कि मेल के जरिए एसवाई कुरैशी को इसकी जानकारी दी गई थी। जब वह मतदान करने आए तो उनके पास इंडिया इंटरनेशनल सेंटर का न तो स्मार्ट कॉर्ड था और ना ही सदस्यता का पुराना कार्ड। उन्होंने कहा कि चुनाव अधिकारी ने उन्हें पुराना सदस्यता कार्ड दिखाने के लिए कहा था।
एसवाई कुरैशी ने क्या कहा ?
एसवाई कुरैशी ने टाइम्स ऑफ इंडिया के वरिष्ठ सहायक संपादक के ट्वीट को रिट्वीट किया है। जिसमें लिखा गया है कि एसवाई कुरैशी ने अखबार को बताया कि उन्होंने स्मार्ट कार्ड के लिए आवेदन किया था लेकिन इसमें 15 दिन लगेंगे। जब उन्होंने अपने आवेदन की रसीद मांगी तो उन्हें बताया गया कि मतदान करने में उन्हें कोई समस्या नहीं होगी। ट्वीट में आगे लिखा है कि जब वह मतदान करने गए मगर उन्हें मतदान करने की अनुमति नहीं मिली।