By अभिनय आकाश | Jul 03, 2025
पश्चिमी अफ्रीकी देश माली से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आई है। जहां सिलसिलेवार आतंकी हमले हुए और भारत के लिए बुरी खबर ये है कि तीन भारतीयों को इन आतंकी हमले में अगवा कर लिया गया है। जैसे ही ये खबर सामने आई भारत सरकार में हड़कंप मच गया। मोदी सरकार ने तुरंत माली की सरकार से संपर्क किया। विदेश मंत्रालय ने पूरे मामले की जांच पड़ताल की और तीनों भारतीय की सुरक्षा को लेकर माली की सरकार से अपील की है कि उन्हें जल्द सुरक्षित बचाया जा सके। बता दें कि माली में 2017 के बाद से लगातार आतंकी हमले होते रहे हैं। हालिया आतंकी हमला बहुत घातक बताया जा रहा है। बताया जा रहा है कि तीनों भारतीय वहां सीमेंट फैक्ट्री में काम करते थे। इसी दौरान आतंकियों ने सीमेंट्र फैक्ट्री को निशाना बनाया। वहां घुसे और ताबड़तोड़ तरीके से फायरिंग की और फिर तीन भारतीयों को अगवा कर लिया।
अपहरण की जिम्मेदारी किसी संगठन या व्यक्ति ने नहीं ली है। अल-कायदा से संबद्ध जमात नुसरत अल-इस्लाम वल-मुस्लिमीन (जेएनआईएम) ने मंगलवार को माली में हुए समन्वित हमलों की जिम्मेदारी ली है। लेकिन तीनों अगवा किए गए भारतीयों को कहां ले जाया गया। य़ा फिर उनके साथ क्या व्यवहार किया जा रहा है। क्या उनके हालात हैं। उसको लेकर फिलहाल तो कोई जानकारी सामने नहीं आई है। लेकिन जिस तरह से मोदी सरकार ने कदम उठाया है। उससे ये कहा जा रहा है कि जल्द ही इन तीनों भारतीयों को बचाने का एक बड़ा मिशन शुरू किय जाएगा। आतंक के खिलाफ एक बड़ा ऑपरेश यहां पर भी शुरू हो सकता है।
भारत ने पश्चिमी अफ्रीकी देश माली के विभिन्न हिस्सों में सिलसिलेवार आतंकवादी हमलों के बीच तीन भारतीय नागरिकों का अपहरण होने पर गहरी चिंता व्यक्त की। भारतीयों के अपहरण के एक दिन बाद, भारत ने माली सरकार से उनकी सुरक्षित और शीघ्र रिहाई सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने को कहा। विदेश मंत्रालय (एमईए) ने कायेस स्थित डायमंड सीमेंट फैक्टरी में कार्यरत भारतीयों के अपहरण के संबंध में गहरी चिंता व्यक्त की। विदेश मंत्रालय ने कहा कि यह घटना एक जुलाई को हुई, जब सशस्त्र हमलावरों के एक समूह ने फैक्टरी परिसर में समन्वित हमला किया और तीन भारतीय नागरिकों को जबरन बंधक बना लिया।