By अनन्या मिश्रा | Nov 04, 2025
बिहार विधानसभा 2025 में भागलपुर जिले की गोपालपुर विधानसभा सीट पर इस बार दो 'मंडल' उम्मीदवारों के बीच की टक्कर है। एक ओर यह सीट जेडीयू के पारंपरिक गढ़ के रूप में जानी जाती है। तो वहीं दूसरी तरफ इस सीट पर यादव मतदाता निर्णायक फैसले में होते हैं। इस बार के चुनाव में जेडीयू ने वर्तमान विधायक गोपाल मंडल का टिकट काट दिया है। जेडीयू ने इस सीट से इस बार शैलेश कुमार उर्फ बुलो मंडल को अपना उम्मीदवार बनाया है। पार्टी की ओर से टिकट न मिलने पर गोपाल मंडल ने इस सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में ताल ठोंक दी है।
बता दें कि गोपालपुर विधानसभा सीट पर पिछले चार चुनावों यानी की साल 2005, 2010, 2015 और 2020 में जेडीयू का कब्जा रहा है। साल 2020 के चुनाव में जेडीयू उम्मीदवार गोपाल मंडल ने आरजेडी उम्मीदवार शैलेश कुमार को भारी अंतर से हराया था। हालांकि इस बार गोपालपुर विधानसभा सीट पर चतुर्थकोणीय मुकाबला होने वाला है। यहां से NDA, महागठबंधन, जनसुराज पार्टी और निर्दलीय उम्मीदवार अपनी-अपनी ताकत दिखाने की कोशिश कर रहे हैं।
यह चुनाव न सिर्फ पार्टी बनाम अनुभव की है, बल्कि यह भी तय करेगा कि जनता स्थानीय लोकप्रियता को प्राथमिकता देती है या फिर गठबंधन शक्ति और पार्टी लाइन को प्राथमिकता देती है। अंतिम फैसला जनता के हाथ में है और यह चुनाव यह दिखाएगा कि गोपालपुर विधानसभा क्षेत्र में जनता का मन कौन जीतता है।
जेडीयू ने गोपालपुर विधानसभा सीट से शैलेश कुमार को टिकट दिया है। तो वहीं महागठबंधन से बतौर वीआईपी प्रत्याशी प्रेम सागर उर्फ डबलू यादव चुनावी मैदान में उतरे हैं। वहीं मुकाबले को दिलचस्प बनाते हुए जनसुराज पार्टी ने यहां से मंकेश्वर सिंह उर्फ मंटू सिंह को चुनावी दंगल में उतारा है। तो वहीं गोपाल मंडल जेडीयू से नाराज होकर यहां से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं। ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि जेडीयू का यह किला बचता है या फिर ध्वस्त हो जाएगा।