By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Aug 02, 2018
नयी दिल्ली। केंद्रीय पोत परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि देश और दुनिया में जहाजरानी (शिपिंग) क्षेत्र की हालत बहुत खराब है और भारत में क्रूज पर्यटन, जलमार्ग आदि के विकास से सरकार जल परिवहन क्षेत्र की हालत सुधारने की दिशा में प्रयासरत है। गडकरी ने लोकसभा में पूरक प्रश्नों का उत्तर देते हुए कहा कि पूरी दुनिया में जहाजरानी उद्योग संकट का सामना कर रहा है। बैंकों का करीब डेढ़ लाख करोड़ रुपये भी इस क्षेत्र में फंसा हुआ है।
उन्होंने कहा कि अब सरकार क्रूज पर्यटन को बढ़ावा दे रही है। जल्द ही मुंबई और गोवा के बीच क्रूज चलेंगे। एक क्रूज में करीब 5000 लोगों को नौकरी मिलेगी। गडकरी ने कहा कि सरकार जल परिवहन के क्षेत्र में काफी काम कर रही है लेकिन अभी इस क्षेत्र के हालात सुधरे नहीं हैं। उन्होंने कहा, ‘मैं हालात सुधारने के लिए प्रयासरत हूं।’ गडकरी ने नाविकों (सीफेयरर) के संबंध में पूरक प्रश्न का उत्तर देते हुए कहा कि विदेशों में नाविकों को पहुंचाकर उन्हें वहां दूसरे कामों में लगाने और उनके वहां फंस जाने के कई मामले सामने आये हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार ने फैसला किया है कि किसी नाविक को तब तक विदेशों में नौकरी के लिए जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी जब तक वह सरकारी मान्यता प्राप्त एजेंसियों के माध्यम से आवेदन नहीं करता है। उन्होंने कहा कि सरकार ने 478 एजेंसियों को मान्यता प्रदान की है और उन्हें आव्रजन ब्यूरो से संबद्ध किया है। अगर सीफेयरर इन मान्यता प्राप्त एजेंसियों के माध्यम से आवेदन नहीं करते तो उन्हें नौकरियों के लिए विदेश जाने की अनुमति नहीं होगी। गडकरी ने कहा कि इस समय में देश में करीब 1.6 लाख नाविक हैं जिनमें से 1.2 लाख विदेशी ध्वज वाले जहाजों पर कार्यरत हैं। कुल सीफेयरर में 4000 महिलाएं हैं।