By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Dec 15, 2018
चीनी निर्यात की मंद रफ्तार पर चिंता जाहिर करते हुए सरकार ने मिलों को उनके कोटे की चीनी को देश से बाहर भेजने को कहा। सरकार ने साथ ही उन्हें चेताया कि ऐसा करने में विफल रहने वाले मिलों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। चीनी के अतिरिक्त भंडारण को देखते हुए सरकार ने चीनी मिलों को 2018-19 के सत्र (अक्तूबर से सितंबर) में 50 लाख टन चीनी का अनिवार्य तौर पर निर्यात करने को कहा है।
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सरकार ने चीनी निर्यात को प्रोत्साहित करने के लिए कई कदम उठाये हैं लेकिन खाद्य मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है, “हालांकि यह देखा गया है कि चीनी मिल आवश्यक गति से चीनी का निर्यात नहीं कर रहे हैं। सत्र की पहली तिमाही में अब तक महज 2.46 लाख टन चीनी का ही निर्यात किया गया है और केवल छह लाख टन (वास्तविक निर्यात के 2.46 लाख टन सहित) का ठेका मिला है।”