पांच दौर की वार्ता का नहीं निकला कोई नतीजा ! सरकार ने किसान यूनियनों को फिर किया आमंत्रित

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Dec 24, 2020

नयी दिल्ली। सरकार ने प्रदर्शन कर रहे किसान संगठनों को वार्ता के लिए बृहस्पतिवार को फिर आमंत्रित किया, लेकिन स्पष्ट किया कि न्यूनतम समर्थन मूल्य से संबंधित किसी भी नयी मांग को एजेंडे में शामिल करना ‘‘तार्किक’’ नहीं होगा, जिसका नए कृषि कानूनों से कोई संबंध नहीं है। कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के संयुक्त सचिव विवेक अग्रवाल ने 40 किसान नेताओं को लिखे तीन पन्नों के पत्र में कहा, ‘‘मैं आपसे फिर आग्रह करता हूं कि सरकार प्रदर्शन को समाप्त कराने के लिए सभी मुद्दों पर खुले मन से और अच्छे इरादे से चर्चा करती रही है और ऐसा करती रहेगी। कृपया (अगले दौर की वार्ता के लिए) तारीख और समय बताएं।’’ 

इसे भी पढ़ें: कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों के लिए पंजाबी भाषा में 'बेला चाओ' गीत लॉन्च 

सरकार और किसान संगठनों के बीच पिछले पांच दौर की वार्ता का अब तक कोई नतीजा नहीं निकला है। दिल्ली की सीमाओं पर लगभग एक महीने से प्रदर्शन कर रहे किसान तीनों नए कृषि कानूनों को वापस लिए जाने की मांग पर अड़े हैं। अग्रवाल ने किसान यूनियनों से कहा कि वे उन अन्य मुद्दों का भी ब्योरा दें जिनपर वे चर्चा करना चाहती हैं। उन्होंने कहा कि वार्ता मंत्री स्तर पर नयी दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में होगी। न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के मुद्दे पर अग्रवाल ने कहा कि कृषि कानूनों का इससे कोई लेना-देना नहीं है और न ही इसका कृषि उत्पादों को तय दर पर खरीदने पर कोई असर पड़ेगा।

प्रमुख खबरें

भारतीय सेना को AI आधारित समाधान देगा NSUT, MoU हुआ साइन

रेल किराए में वृद्धि, खड़गे का केंद्र पर वार, बोले- आम जनता को लूटने का कोई मौका नहीं छोड़ रही मोदी सरकार

23 जिलों वाला हुआ हरियाणा, हिसार की सीमाएं बदली, CM ने की थी घोषणा

Om Namah Shivaya Chanting Rules: सोमवार को ओम नमः शिवाय का ऐसे करें जाप, भोलेनाथ प्रसन्न होकर देंगे वरदान