By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Sep 04, 2025
आजकल बालों का झड़ना, डैंड्रफ और बालों से जुड़ी कई समस्याओं से लोग परेशान रहते हैं। बालों को सेहतमंद बनाए रखने के लिए लोग बालों में तरह-तरह के प्रोडक्ट्स इस्तेमाल करते हैं। लेकिन कई बार यह प्रोडक्ट्स बालों और स्कैल्प को नुकसान पहुंचा देते हैं। इसलिए एक्सपर्ट की सलाह पर ही बालों पर किसी भी प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करना चाहिए। ऐसे में अगर आप भी डैंड्रफ, बालों के झड़ने या फिर अन्य बालों से जुड़ी समस्या से परेशान हैं, तो आप अपने स्कैल्प पर ग्रीन टी लगा सकते हैं। यह बालों की सेहत के लिए फायदेमंद मानी जाती है। ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको बताने जा रहे हैं कि बालों पर ग्रीन टी का कैसे इस्तेमाल कर सकते हैं।
ग्रीन टी में कैटेचिन्स और पॉलीफेनॉल्स पाया जाता है। जोकि बहुत ज्यादा पॉवरफुल एंटी-ऑक्सीडेंट्स होते हैं। इसको लेने से शरीर में फ्री रेडिकल्स खत्म होते हैं और हार्मोन को भी कंट्रोल करता है। महिलाओं और पुरुषों में DHT हार्मोन हेयर फॉल की वजह होती है। इसके अलावा ग्रीन टी में विटामिन E, विटामिन C और बायोटिन पाया जाता है, जोकि स्कैल्प के ब्लड सर्कुलेशन को सुधारता है।
कई रिसर्च में पाया गया है कि सीधे बालों और स्कैल्प पर ग्रीन टी को लगाना भी फायदेमंद होता है। इसको लगाने से डैंड्रफ और सूखेपन में कमी आती है। बाल गिरने की समस्या से राहत पाने का यह बेहतरीन तरीका है। इसको लगाने से बाल शाइनी हो जाते हैं और स्कैल्प का pH बैलेंस रहता है। एक रिपोर्ट के मुताबिक ग्रीन टी के कैटेचिन्स हेयर फॉलिकल्स को सक्रिय करने के साथ नए बालों की ग्रोथ साइकिल को भी स्टिम्युलेट करने में सहायता करता है।
दो ग्रीन टी बैग्स को गर्म पानी में उबालकर उसको ठंडा कर लें। इसके बाद बालों में शैंपू करें और ग्रीन टी वाला पानी स्कैल्प पर डालकर हल्के हाथों से मालिश करें। इससे आपका स्कैल्प भी साफ होगा और बालों की जड़ें भी मजबूत होंगी।
दही या एलोवेरा के जेल में ग्रीन टी के पाउडर को मिलाकर हेयर मास्क की तरह इस्तेमाल कर सकती हैं। इस हेयर मास्क को स्कैल्प पर 20-25 मिनट लगाकर रखें। फिर हेयर वॉश कर लें। इससे डैंड्रफ की समस्या कम होती है और स्कैल्प भी हाइड्रेटेड रहता है।
इस बनाने के लिए ग्रीन टी को स्प्रे बोतल में भरकर रख लें। अब इसको सप्ताह में 1-2 बार स्कैल्प पर लगाएं। यह बालों को मजबूत रखने का एक बेहतरीन तरीका है।
स्कैल्प पर हमेशा ग्रीन टी को ठंडी करके लगाएं।
सप्ताह में 1-2 बार से ज्यादा न लगाएं।
अगर आपका स्कैल्प सेंसिटिव है या फिर एलर्जिक है, तो पैच टेस्ट करना न भूलें।
किसी भी तरह की समस्या होने पर डॉक्टर से जरूर मिलें।
खुली हुई प्योर ग्रीन टी प्राकृतिक और केमिकल फ्री होती है।
ऑर्गेनिक ग्रीन टी पेस्टिसाइड्स से मुक्त होती है।
माचा ग्रीन टी में सबसे ज्यादा एंटीऑक्सीडेंस्ट्स होते हैं।
फ्लेवर्ड ग्रीन टी पीने के लिए आप नींबू या फिर तुलसी की चाय ले सकते हैं। यह added sugar नहीं होनी चाहिए।
डिकैफ ग्रीन टी का भी आप इस्तेमाल कर सकते हैं।