By रेनू तिवारी | Jun 28, 2025
केरल में मानसून की बारिश जारी रहने के कारण राज्य में हाई अलर्ट जारी है, क्योंकि नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है और बांधों के शटर खोले जा रहे हैं। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने राज्य के लिए अपने पूर्वानुमान में संशोधन किया है, जिसके तहत आज वायनाड और इडुक्की जिलों में ऑरेंज अलर्ट घोषित किया गया है।
आईएमडी ने राज्य के पथानामथिट्टा, कोट्टायम, इडुक्की, मलप्पुरम और वायनाड जिलों में शनिवार के लिए ‘ऑरेंज’ अलर्ट जारी किया। ‘ऑरेंज’ अलर्ट का मतलब है 11 सेंटीमीटर (सेमी) से 20 सेमी तक की भारी बारिश होता है। पिछले कुछ दिनों में राज्य में हुई बारिश के कारण विभिन्न नदियों का जलस्तर बढ़ गया है, जिससे कई निचले इलाकों में बाढ़ आ गई और सैकड़ों लोग विस्थापित हुए हैं। पिछले कुछ दिनों में वायनाड जिले के बाणासुर सागर और पथानामथिट्टा जिले के मूझियार जैसे कुछ बांधों के फाटक खोल दिये गए हैं।
एक आधिकारिक बयान के मुताबिक, त्रिशूर जिले में पीची बांध के फाटक शनिवार दोपहर को खोले जाने की उम्मीद है। जिला प्रशासन ने बताया कि जलग्रहण क्षेत्रों में बारिश के कारण जल स्तर बढ़ने के बाद पलक्कड़ में कंजिरापुझा, मालमपुझा और मीनकारा सहित विभिन्न बांधों के फाटक शनिवार को खोल दिए गए।
तमिलनाडु के अधिकारियों ने शुक्रवार को संकेत दिया था कि मुल्लापेरियार बांध में जल स्तर 136 फुट तक पहुंचने पर वे बांध के फाटक खोल सकते हैं, जिसके बाद इडुक्की जिले के अधिकारी बांध के फाटक संभावित रूप से खोले जाने के मद्देनजर तैयारियों में जुट गये हैं। जिला प्रशासन ने एहतियात के तौर पर शुक्रवार को निचले इलाकों में रहने वाले 883 परिवारों के 3,220 लोगों को निकालने की व्यवस्था पूरी कर ली,, जिसमें पेरियार, मंजुमाला, उप्पुथुरा, एलाप्पारा, अय्यप्पनकोविल, कांचियार, आनाविलासम और उडुम्बनचोला जैसे गांव शामिल हैं।
शनिवार पूर्वाह्न 10 बजे मुल्लापेरियार बांध का जल स्तर 135.70 फुट तक पहुंच गया। मुल्लापेरियार बांध केरल में स्थित है लेकिन इसका संचालन और रखरखाव तमिलनाडु द्वारा किया जाता है क्योंकि पड़ोसी राज्य ने 1886 में बांध को 999 वर्ष के पट्टे पर लिया था।