Hemant Soren ने राज्यपाल से मिलकर किया सरकार बनाने का दावा पेश, जानें कब और कहां होगा शपथग्रहण?

By अभिनय आकाश | Jul 04, 2024

झारखंड में ताजा राजनीतिक घटनाक्रम में इंडिया गठबंधन के नेताओं ने गुरुवार को राज्यपाल से मुलाकात की। झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर और राजद नेता सत्यानंद भोक्ता राजभवन गये। झारखंड के मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने बुधवार को इस्तीफा दे दिया और राज्य में झामुमो के नेतृत्व वाले गठबंधन के नेताओं द्वारा सर्वसम्मति से उन्हें विधायक दल का नेता चुने जाने के कुछ ही घंटों बाद मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जमानत पर बाहर चल रहे हेमंत सोरेन ने सरकार बनाने का दावा पेश किया।

इसे भी पढ़ें: Jharkhand: चंपई सोरेन का सीएम पद से इस्तीफा, हेमंत फिर से संभालेंगे कमान, हमलावर हुई भाजपा

चंपई सोरेन, 2 फरवरी को हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद झारखंड के 12वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी, ने राजभवन में राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन से मुलाकात की और झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष की उपस्थिति में अपना इस्तीफा दे दिया, जिसके बाद दिन भर का ड्रामा खत्म हो गया। पार्टी सूत्रों ने बताया कि इससे पहले, यहां चंपई सोरेन के आवास पर एक बैठक के दौरान गठबंधन के नेताओं और विधायकों ने सर्वसम्मति से हेमंत सोरेन को झामुमो विधायक दल का नेता चुनने का फैसला किया।

इसे भी पढ़ें: Jharkhand: ‘India’ गठबंधन के विधायकों की बैठक की अध्यक्षता करेंगे हेमंत सोरेन

बैठक में कांग्रेस के झारखंड प्रभारी गुलाम अहमद मीर और प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर के अलावा हेमंत सोरेन के भाई बसंत और पत्नी कल्पना भी शामिल हुए। झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन के बेटे हेमंत सोरेन को लगभग पांच महीने बाद 28 जून को जेल से रिहा कर दिया गया, जब उच्च न्यायालय ने कथित भूमि घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में उन्हें जमानत दे दी। 31 जनवरी को ईडी द्वारा गिरफ्तारी से कुछ समय पहले उन्होंने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था।

प्रमुख खबरें

IndiGo Flights Cancellation: उड़ानें रद्द होने के बीच DGCA ने फ्लाइट क्रू के लिए बनाए गए Weekly Rest Norms वापस लिए

IndiGo ने आज की सारी उड़ानें रद्द कीं, हजारों यात्री फंसे, Civil Aviation Minister ने Airline को लगाई फटकार

एक महीने चावल छोड़ा, तो शरीर में दिखे ये 3 बड़े बदलाव, आप भी हो जाएंगे हैरान!

Rahul Gandhi को Putin से मिलने नहीं दिया गया या पुतिन खुद राहुल से मिलना नहीं चाहते? चक्कर क्या है?