आधार नंबर से भुगतान कैसे है बहुत आसान, आइए जानें

By शैव्या शुक्ला | Jan 11, 2017

भारत में नोटबंदी के बाद डिजिटल पेमेंट को आसान बनाने के लिए सरकार हर मुमकिन कोशिश कर रही है। सरकार हर दिन नई-नई योजनाएं लेकर आ रही हैं जिससे कैशलेस इकनॉमी को बढ़ावा मिल सके। इस दिशा में एक बड़ी शुरूआत कर दी गई है, एक नया मोबाइल एप्प लॉन्च किया गया है जिसके ज़रिये सिर्फ आधार कार्ड नंबर की मदद से आप किसी भी स्टोर पर पेमेंट कर पाएंगे। आपको बस अपना अंगूठा लगाना है और पेमेंट हो जाएगी। आम आदमी के लिए बनी ये एप्प बिना कार्ड, बिना पासवर्ड पेमेंट की सुविधा शुरू कर रही है। इस आधार पेमेंट एप्प की मदद से आप आसानी से पेमेंट कर सकते हैं। इस नए एप्प को यूआईडी, आईडीएफसी बैंक और नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन यानी एनपीसीआई ने बनाया है। मौजूदा समय में देशभर में लगभग 45 करोड़ लोगों के पास आधार कार्ड है। इसके जरिए दूरदराज के ग्रामीण इलाकों में भी व्यापारी डिजिटल पेमेंट कर सकेंगे। इस नए एप्प के इस्तेमाल के लिए आपको किसी भी तरह के मोबाइल की जरूरत नहीं है। बस आपके बैंक खाते से आपका आधार नंबर जरूर जुड़ा होना चाहिए। साथ ही दुकानदार के पास एक स्मार्टफोन और बॉयोमेट्रिक स्कैनर मशीन होनी चाहिए, जो कि मार्केट में 2000 रुपये में मिल जाती है। अगर फिंगरप्रिंट सेंसर वाला मोबाइल फोन हो तो स्कैनर की भी जरूरत नहीं पड़ेगी। इसकी एक खास बात और कि डेबिट और क्रेडिट कार्ड से पेमेंट पर दुकानदारों को जो 2.5 फीसदी चार्ज लगता है वो भी खत्म हो जाएगा।

कैसे करेगा ये एप्प काम?

इस एप्प को इस्तेमाल करने के लिए अपने स्मार्टफोन पर इसे डाउनलोड करना होगा, ये एप्प गूगल के प्ले स्टोर और आईफोन यूजर्स के लिए आई ट्यूंस पर उपलब्ध है। दुकानदार और कस्टमर को अपना आधार नंबर और बैंक का नाम एप्प में बताना होगा। इसके बाद मोबाइल हैंडसेट से जुड़े बॉयोमेट्रिक स्कैनर पर अपना अंगूठा रखना होगा। जैसे ही आधार नंबर और फिंगर प्रिंट वेरिफाई होगा, उसके बाद से दुकानदार इस एप्प को लेनदेन के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं। अंगूठे के निशान से ही आपकी पहचान साबित होगी और भुगतान पूरा हो जाएगा। खास बात ये है कि इस पूरे लेन-देन में किसी भी तरह का सर्विस चार्ज फिलहाल नहीं देना होगा।

 

जानें कुछ खास बातें-

ग्राहकों को ऑनलाइन पेमेंट के लिए डेबिट या क्रेडिट कार्ड की जरूरत नहीं होगी। आधार एप्प से डिजिटल पेमेंट करने पर डेबिट कार्ड या पेटीएम की तरह कोई एमडीआर चार्ज नहीं देना होगा। इस एप्प से दूरदराज और ग्रामीण इलाकों में लोगों को फायदा मिलेगा। एंड्रॉयड फोन में एप्प डाउनलोड कर इसे इस्तेमाल किया जा सकेगा। ऑनलाइन पेमेंट के लिए इंटरनेट की भी जरूरत नहीं होगी। अब तक 40 करोड़ आधार बैंक खातों से जोड़ दिए गए हैं।

 

दुकानदारों को क्या करना होगा?

एंड्रॉयड फोन में आधार कैशलेस मर्चेंट एप्प डाउनलोड करना होगा। स्मार्टफोन को एक बॉयोमेट्रिक रीडर से कनेक्ट करना होगा। ग्राहक को अपना आधार पेमेंट एप्प डाउनलोड कर अपना आधार नंबर डालना होगा। भुगतान के लिए अपने बैंक का चयन करना होगा। दुकानदार के पास मौजूद बैंक का चयन करने के बाद उसे बॉयोमेट्रिक स्कैन करना होगा। आधार नंबर और पासवर्ड डालने के बाद दुकानदार को निर्धारित राशि का भुगतान किया जा सकेगा।

 

वाकई ये ऐप्प काफी बदलाव ला सकता है क्योंकि इसके आने के बाद डिजिटल लेन-देन के लिए ना तो डेबिट कार्ड की जरूरत होगी और ना ही डेबिट कार्ड या फिर मोबाइल बटुए की। आधार नंबर जारी करने वाली संस्था यूआईडी के मुताबिक देश के करीब-करीब सभी नौजवानों के आधार कार्ड जारी हो चुके हैं जबकि 40 करोड़ से भी ज्यादा बैंक खाते आधार से जुड़े हैं। इसके साथ ही मार्च 2017 तक देश के सारे खातों को बैंक अकाउंट से जोड़ने का लक्ष्य सरकार ने तय किया हुआ है। ऐसे में नए एप्प के जरिए लेन-देन में भारी बढ़ोतरी की संभावनाएं हैं। यूआईडी का अनुमान है कि नए एप्प को अगले कुछ दिनों में 3 करोड़ से ज्यादा दुकानदार इस्तेमाल करेंगे और इसकी बदौलत 25 से 30 करोड़ लोग खरीदारी कर सकेंगे। इन सब की वजह से आधार के जरिए लेन-देन सवा करोड़ से छह गुना तक बढ़ सकता है।

 

वैसे हमारे देश में ज्यादातर लोग एटीएम का इस्तेमाल पैसे निकालने या बैलेंस जानने के लिए ही करते हैं, खरीददारी के लिए नहीं। इन एटीएम का खरीददारी में इस्तेमाल ना होना, प्वॉइंट ऑफ सेल्स यानी पॉस मशीन की कमी, इंटरनेट कनेक्टिविटी की दिक्कत, सर्विस चार्ज, सुरक्षा को लेकर संदेह कैशलेस ट्रांज़ैक्शन में रुकावटें बनाती हैं। लेकिन उम्मीद करते हैं कि ये सब बाधाएं जल्द ही आधार पेमेंट एप्प के ज़रिये दूर हो जाएंगी।

 

शैव्या शुक्ला

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