By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Nov 30, 2018
नयी दिल्ली। ईडीएफसी बैंक अपना नाम बदलकर आईडीएफसी फर्स्ट बैंक लिमिटेड करने के लिये अगले महीने शेयर धारकों से मंजूरी मांगेगा। आईडीएफसी बैंक की गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी कैपिटल फर्स्ट और उसकी इकाइयों को खुद के साथ मिलाने का प्रस्ताव है।
यह भी पढ़ें- बजाज ने 150 सीसी के पल्सर का नया संस्करण बाजार में उतारा
आईडीएफसी बैंक ने शेयर बाजार को बताया कि आईडीएफसी बैंक के शेयरधारक नाम बदलने के प्रस्ताव पर चार दिसंबर 2018 से 2 जनवरी 2019 के बीच मतदान करेंगे।
यह भी पढ़ें- MSME क्षेत्र के निर्यातकों के लिए ब्याज सहायता बढ़कर हुई 5 प्रतिशत: RBI
बैंक के निदेशक मंडल ने 13 जनवरी 2018 को विलय की समग्र योजना को मंजूरी दी थी। बैंक को इस प्रस्तावित सौदे के लिये राष्ट्रीय आवास बैंक, भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई), बंबई शेयर बाजार, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज, रिजर्व बैंक और कंपनियों के शेयरधारकों और ऋणदाताओं से मंजूरी मिल चुकी है। विलय के बाद संयुक्त इकाई की प्रबंधन अधीन संपत्ति (एयूएम) 88 हजार करोड़ रुपये हो जायेगी।