घोषणा करने नहीं बल्कि संकल्पों को पूरा करने का व्रत लेकर आए हैं: सुषमा

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Apr 08, 2019

नयी दिल्ली। भाजपा के घोषणापत्र को ‘संकल्प पत्र’ बताते हुए पार्टी की वरिष्ठ नेता सुषमा स्वराज ने सोमवार को कहा कि हम कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों की तरह चुनाव से पहले घोषणा करने नहीं बल्कि संकल्पों को पूरा करने का व्रत लेकर आए हैं। विदेश मंत्री मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा, ‘‘हमारे शीर्षक और दूसरों के शीर्षक का अंतर समझें। आज हम घोषणा करने नहीं आए हैं, बल्कि संकल्प का भरोसा देने आए हैं।’’

इसे भी पढ़ें: आजादी के 75वें साल में 75 लक्ष्यों को पूरा करने का पीएम ने लिया संकल्प

कांग्रेस के घोषणा पत्र पर निशाना साधते हुए विदेश मंत्री ने कहा कि हम अपने संकल्प पत्र में राष्ट्र को मजबूत बनाने की बात करते हैं जबकि कांग्रेस राजद्रोह के कानून को खत्म करने की बात करती है। हम विकास की बात करते हैं जबकि वे (कांग्रेस) विकास की बात पर मौन हैं। हम लोक कल्याण की बात करते हैं, वो तुष्टीकरण की बात करते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मैं आपसे कहना चाहती हूं कि हमारे संकल्प पत्र की तुलना बाकी पार्टियों के घोषणा पत्र से करें। हम मजबूत सरकार की वकालत कर रहे हैं, वे गठबंधन के नाम पर मजबूर सरकार की वकालत कर रहे हैं।’’

इसे भी पढ़ें: चुनाव से 3 दिन पहले BJP का 'संकल्प पत्र' जारी, चुनावी पिटारे से हुए कई ऐलान

 केन्द्रीय मंत्री ने जोर दिया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ‘‘देश की नब्ज पहचानते हैं जबकि राहुल गांधी एवं अन्य विपक्षी नेताओं को इसकी पहचान नहीं है।’’ स्वराज ने कहा कि जब वह कहती हैं कि हमने 34 करोड़ बैंक खाते खोले हैं तो लोग चौंक जाते हैं। पुरानी सरकार में रोज 12 किलोमीटर हाइवे बनता था, जबकि मौजूदा सरकार में रोज 29 किलोमीटर लंबी सड़क बनती है। स्वराज ने इस दौरान पांच देशों से प्रधानमंत्री को सम्मानित किये जाने और पाकिस्तान की आपत्ति के बावजूद ओआईसी देशों के सम्मेलन में आमंत्रित किये जाने का भी जिक्र किया।