MSME क्षेत्र के निर्यातकों के लिए ब्याज सहायता बढ़कर हुई 5 प्रतिशत: RBI

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Nov 30, 2018

मुंबई। सूक्ष्म, लघु एवं मझौली क्षेत्र की इकाइयों (एमएसएमई) के निर्यातकों के लिये निर्यात माल भेजने से पहले और बाद के कर्ज पर दी जाने वाली ब्याज सहायता को तीन प्रतिशत से बढाकर पांच प्रतिशत कर दिया गया है। रिजर्व बेंक ने वृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। केन्द्रीय बैंक ने कहा है कि बढ़ी हुई ब्याज सहायता दो नवंबर से प्रभावी होगी। निर्यातकों को निर्यात माल भेजने से पहले और बाद के रुपया निर्यात ऋण की ब्याज समानीकरण योजना के तहत सरकार की ओर से सहायता दी जाती है।

इसे भी पढ़ें: अर्थव्यवस्था को सुधारने के लिए सरकार और आरबीआई को लगातार बात करनी होगी

आरबीआई ने अधिसूचना जारी कर कहा है कि भारत सरकार ने एमएसएमई क्षेत्र के विनिर्माताओं के निर्यात पर दो नवंबर से ब्याज समानीकरण योजना के तहत ब्याज सहायता को तीन प्रतिशत से बढ़ाकर पांच प्रतिशत कर दिया है। यह सहायता निर्यात माल भेजने के पहले व बाद में दिये जाने वाले रुपया निर्यात ऋण पर ब्याज समानीकरण योजना के तहत दी जाती है।

इसे भी पढ़ें: नोटबंदी मामले में RBI का यू-टर्न, सरकार के बचाव में आये उर्जित पटेल

इससे पहले इस योजना को ब्याज सहायता योजना के नाम से जाना जाता था। सरकार ने नई योजना को नवंबर 2018 को घोषित किया। यह एमएसएमई क्षेत्र के सभी निर्यातों और 416 टैरिफ लाइंस पर लागू होती है।

प्रमुख खबरें

डायबिटीज में कहीं ये भूल आप तो नहीं कर रहे है, ब्लड शुगर की दवा हो जाएगी फेल अगर ये एक चीज नहीं हुई कंट्रोल

ओडिश में मोटरसाइकिल ट्रक से टकराई, तीन लोगों की मौत

UP: धनंजय सिंह को मिली बड़ी राहत, इलाहाबाद हाई कोर्ट ने दी जमानत, नहीं लड़ पाएंगे लोकसभा चुनाव

Maharashtra : IPL पर सट्टा लगाने वाले गिरोह का भंडाफोड़, तीन लोग गिरफ्तार