इरफान खान के बेटे का खुलासा, कहा- 6 पैक एब्स वालों से बॉक्स ऑफिस पर हारते रहे मेरे पिता

By रेनू तिवारी | Jul 09, 2020

बॉलीवुड में सुशांत सिंंह राजपूत के निधन के बाद बॉलीवुड इंडस्ट्री की काली दुनिया पर कई सवाल खड़े किए गये। सुशांत सिहं राजपूत की मौत को लेकर काफी हंगामा हुआ है। लोगों ने सुशांत की मौत का कारण बॉलीवुड में आउटसाइडर के साथ होने वाले व्यवहार को माना हैं। कई बड़े सितारों ने खुल कर बॉलीवुड में फैले नेपोटिज्म, फेवरिज्म, गॉडफादर आदि पर खुलकर बात की और अपना विरोध जताया। इस दौरान बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता इरफान खान के बेटे बाबिल ने सोशल मीडिया पर अपने पिता की दो तस्वीरें शेयर की हैं जिसके साथ उन्होंने बॉलीवुड पर एक लंबा पोस्ट भी लिखा हैं। बाबिल ने लिखा कि उनके पिता 6 एब्स वालों से हार गये। इसके साथ ही बाबिल ने सालों पुराने बॉलीवुड के कड़वे सच को भी सबके रखा हैं।

 

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बाबिल ने लिखा कि  आप जानते हैं कि मेरे पिता ने मुझे सिनेमा के छात्र के रूप में सबसे महत्वपूर्ण चीजों में से एक सिखाया है? इससे पहले कि मैं फिल्म स्कूल जाता, उन्होंने मुझे चेतावनी दी कि मुझे अपने आप को साबित करना होगा क्योंकि बॉलीवुड विश्व सिनेमा में शायद ही कभी सम्मानित होता है और इन क्षणों में मुझे भारतीय सिनेमा के बारे में सूचित करना चाहिए जो हमारे नियंत्रित बॉलीवुड से परे है।

 

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दुर्भाग्य से, यह हुआ कि बॉलीवुड का सम्मान नहीं किया गया 60 के दशक के भारतीय सिनेमा के बारे में कोई जागरूकता या राय की विश्वसनीयता नहीं थी। भारतीय सिनेमा के बारे में वर्ल्ड सिनेमा सेगमेंट में सिर्फ एक ही लेक्चर था, जिसे 'बॉलीवुड एंड बियांड' कहा गया, जो क्लास में सिर्फ मज़ाक बनकर रह गया। मेरे लिए इंडियन सिनेमा के बारे में बात करना भी कठिन था क्योंकि असली फिल्में सत्यजीत रे और के. आसिफ ने बनाई थीं।" 

 

 आप जानते हैं कि ऐसा क्यों है? क्योंकि हमने, भारतीय दर्शकों के रूप में, विकसित होने से इनकार कर दिया। मेरे पिता ने अपने जीवन की शुरुआत बॉलीवुड में विपरीत परिस्थितियों में अभिनय की कला को बुलंद करने की कोशिश की, लगभग सभी अपनी यात्रा के दौरान, बॉक्स ऑफिस पर छह पैक एब्स के साथ नाट्य एक-लाइनरों को मात देने में हार गए। 

 

बाबिल ने आगे लिखा "वो हारते रहे फोटोशॉप्ड आइटम्स सॉन्ग्स से, सेक्सिज़म से और पितृसत्ता की उसी पुरानी परिपाटी से। क्योंकि हम एक ऑडियंस के तौर पर ये सब चाहते थे और पसंद करते थे। हमें सिर्फ इंटरटेनमेंट चाहिए था। इसीलिए हमारी सोच में भी कोई बदलाव नहीं आया।" अब एक बदलाव है, हवा में एक नई खुशबू। एक नया युवा, एक नया अर्थ खोज रहा है। हमें अपनी जमीन खड़ी करनी चाहिए, इस प्यास को गहरे अर्थ के लिए फिर से दमित नहीं होने देना चाहिए। बगल में एक अजीब सा एहसास जब कल्कि को एक लड़के की तरह देखने के लिए ट्रोल किया गया था, जब उसने अपने बाल छोटे करवाए थे, जो कि क्षमता का शुद्ध उन्मूलन था।

 

अंत में उन्होंने यह भी लिखा कि- "हालांकि मुझे लगता है कि अब सुशांत की मौत को लोगों ने एक पॉलिटिकल मुद्दा बना दिया है। लेकिन इससे अगर पॉजिटिव बदलाव आता है, तो अच्छा ही है।"

 

आपको बता दे कि 29 अप्रैल 2020 को बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता इरफान खान का कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी के कारण निधन हो गया था।

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